रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में आजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां एक लाश के तीन दावेदार बताए जा रहे हैं. एक एएसआई की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. जिसके बाद एएसआई की लाश के तीन दावेदार तैयार हो गए. दो पत्नी सहित भाई ने शव पर हक के लिए कोर्ट तक चले गए. हालांकि कि कोर्ट ने एएसआई की बेटी को अंतिम संस्कार को अपना हक दिया.
सड़क दुर्घटना में ASI की हुई मौत
दरअसल मामला जिले के थाना बरखेड़ा कला के ताल तहसील की है. जहां थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक गोवर्धन सिंह सोलंकी की बरखेड़ा खुर्द की पुलिया से नीचे गिरने से का शुक्रवार की शाम मौत हो गई. वहीं कुछ ही समय में घटना हंगामे में बदल गई. यहां दो पत्नियों सहित भाई ने भी लाश पर हक़ जमा दिया.
पीएम के बाद शव को लेने पहुंचे दो महिलाएं
वहीं शनिवार को मृतक का शव पुराना हॉस्पिटल के पीछे पोस्टमार्टम के बाद शव ले जाने को लेकर एएसआई की पहली पत्नी वाहन के आगे बैठ गई तो, दूसरी पत्नी भी गाड़ी लेकर लाश ले जाने के लिए आ गई. जहां दोनों एएसआई की दोनों पत्नियां पति का शव ले जाने की जिद पर अड़ गई और खूब हंगामा किया. यह हंगामा काफी देर तक चलता रहा है. वहीं एएसआई का भाई भी शव को अपने साथ उज्जैन ले जाना चाहता था. जहां मामले की जानकारी इंस्पेक्टर नागेश यादव को लगने के बाद मौके पर पहुंचे. जहां दोनों को समझाइस दी, लेकिन निराकरण नहीं हो सका.
कोर्ट में पहुंचा मामला
शव को ले जाने का निराकरण न होने पाने की स्थिति में मामला कोर्ट तक जा पहुंचा. जहां कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए मृतक एएसआई की पहली पत्नी की बेटी को अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया. जहां मृतक की बेटी के साथ उसके भाई ने अंतिम संस्कार क्रिया की, लेकिन मामला यही शांत नहीं हुआ.
बेटी ने किया अंतिम संस्कार
कोर्ट के फैसले के बाद एएसआई के अंतिम संस्कार बेटी द्वारा किया जा रहा था. जहां श्मशाम घाट पर मृतक की पहली पत्नी की एएसआई के भाई ने जमकर पिटाई कर दी. हालांकि मामले में मौके पर मौजूद उप निरीक्षक नागेश यादव ने मामले को शांत कराया. आपकों बता दें कि एएसआई और उसकी पहली पत्नी का तलाक का प्रकरण न्यायालय में चल रहा था. जिसके चलते मृतक का भाई शव को अपने साथ उज्जैन ले जाना चाहता था.