कोरबा 29.12.03 प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की इन्दौर जोन (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उड़ीसा) की क्षेत्रीय निदेशिका आदरणीय ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी का सम्मान व प्रवचन कार्यक्रम ब्रह्माकुमारी संस्था के स्थानीय विश्व सदभावना भवन में आयोजित किया गया।

महापौर महोदय कोरबा को स्लोगन फ्रेम भेंट करते हुवे बीके हेमा दीदी

इस अवसर पर ब्र.कु. हेमा दीदी तथा ब्र.कु. आकांक्षा का ब्रह्माकुमारी बहनो द्वारा पुष्पगुच्छ व मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया। सभागार में बी.के. हेमा दीदी ने कहा कि स्कूल की परीक्षा का दिनॉक तो ज्ञात हो जाता है। समय रहते उसकी तैयारी भी कर ली जाती है परंतु जीवन में आने वाली परिस्थितियाँ निश्चित समय देकर नही आती। कभी भी अकस्मात आ जाता है तो उसके लिए कौन सी तैयारी करनी होगी। कहा जाता है कि जीवन में जों परिक्षाएँ आती है वह हमें आगे बढ़ाने के लिए आती है।

एंजेल बरखा के द्वारा स्वागत नृत्य प्रस्तुत करते हुवे

परमात्मा के वचनों को स्मरण कराते हुए उन्होने कहा कि संसार के रचयिता स्वयं परमपिता परमात्मा कल्याणकारी है। इस विश्व रूपी रंगमच में जो भी हो रहा है जों हो चूका है और जो होने वाला है इन तीनों ही दृश्टिकोण से कल्याण समाया हुआ है। हमें जरूरत है की हम इस तरह के दृष्टिकोण को अपने जीवन में धारण करें साथ ही परमात्म ज्ञान जिसमें जीवन जीने की कला समायी हुई है, उसको निरंतर जीवन में अमल करे तो हर परिस्थितियों का सामना करने की व उस पर विजय प्राप्त करने की शक्ति सहज ही आ जाएगी।

सभागार में उपस्थित बीके भाई बहने व अन्य गणमान्य नागरिक

इस अवसर पर नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद जी को व बीके हेमा दीदी द्वारा ईश्वरीय स्लोगन फ्रेम उपहार स्वरूप दिया गया तथा गीतो के माध्यम से बीके चावलानी जी ने अपनी भावनाएं व्यक्त की साथ ही नन्ही एंजेल बरखा ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों से ब्राह्मकुमारिज संस्था से जुड़े भाई बहन व शहर के अन्य वरिष्ठ गणमान्य नागरिक उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाये ।

नोट – संपूर्ण छत्तीसगढ़ से अलग-अलग जिले, ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर से पत्रकारों की आवश्यकता है संपर्क करें 7999043698/7987940161