Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) आज संसद में 2022-23 का बजट पेश करेंगी. तमाम सेक्टरों को वित्त मंत्री से उम्मीदें हैं, लेकिन सबसे ज्यादा उम्मीदें नौकरीपेशा लोगों को हैं. अगर कहा जाए कि नौकरीपेशा लोग बड़ी हसरत भरी निगाहों के निर्मला सीतारमण की ओर देख रहे हैं तो बड़ी बात नहीं होगी. देश के मिडिल क्लास को वित्त मंत्री से टैक्स में राहत और इसका दायरा बढ़ाने की उम्मीद है और कोरोना महामारी के बाद वह इस बार के बजट से इसको लेकर बड़ी उम्मीदें पाले हुए है.

कोरोना महामारी (Covid-19 pandemic) के चलते पिछले दो साल में इकोनॉमी पर काफी दबाव रहा है. खासकर हेल्थ सेक्टर पर काफी फोकस बढ़ा है. महामारी के चलते लोगों ने हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देना शुरू किया है. इसमें सबसे ज्यादा फोकस में इंश्योरेंस सेक्टर (Insurance sector) रहा. कोरोना की वजह से कई जिंदगियां छिन गईं. ऐसे में लोगों ने लाइफ इंश्योरेंस को काफी प्राथमिकता दी है. इनकी संख्या में काफी तेजी आई है. लेकिन, टैक्सपेयर्स को इस मामले में अब छूट का इंतजार है.

मिल सकती है बड़ी छूट

बजट 2022 से उम्मीदें है कि इस बार टैक्सपेयर्स को बड़ी छूट दी जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक, बजट में टैक्सपेयर को राहत देने के लिए लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) को इनकम टैक्स (Income tax) एक्ट के सेक्शन 80C (Section 80C) से बाहर किया जा सकता है. अभी तक सेविंग्स- जैसे EPF, PPF और लाइफ इंश्योरेंस जैसे प्रोडक्ट 80C में कवर होते हैं. लेकिन, इन सबकी लिमिट सिर्फ 1.50 लाख रुपए है. अब खबर है कि सरकार लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम को 80C से बाहर करके नई कैटेगरी में डाल सकती है. इससे टैक्सपेयर्स को बड़ा फायदा हो सकता है. उन्हें टैक्स बचाने के लिए क्लेम करने में फायदा होगा.

80C से इंश्योरेंस को बाहर करने की मांग

लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर ने इनकम टैक्स (Income Tax) 80C के तहत आने वाली कटौतियों में लाइफ इंश्योरेंस को अलग करने की मांग रखी है. मौजूदा सिस्टम में सेक्शन 80C में सभी सेविंग विकल्पों को जोड़ा जाता है और इसकी लिमिट 1.50 लाख रुपए है. लाइफ इंश्योरेंस को 80C से बाहर करने से इसकी पहुंच और ज्यादा बढ़ेगी. टैक्स सेविंग के लिए अलग कैटेगरी होने से लाइफ इंश्योरेंस की डिमांड और बढ़ेगी. एक अलग सेक्शन टैक्सपेयर्स के फंड को लंबी अवधि और छोटी अवधि में अलग-अलग करने में मदद करेगा.