11 साल की मासूम उम्र में जब एक बच्ची को सबसे ज्यादा भरोसा इस बात का होता है की कुछ भी हो जाए, उसका पिता संभाल लेगा। हर मुसीबत से बचा लेगा। घर में सुरक्षा का अहसास देगा। ऐसे में एक बच्ची को जब घर की चारदीवारी में पिता ने ही दुष्कर्म का शिकार बनाया और सिर्फ एक बार नहीं लगातार 5 साल तक ये सिलसिला अनवरत चलता रहा। तो आखिर उस बेटी को आदमी शब्द से नफरत कैसे न हो। जानिए पूरा मामला
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में एक पिता 11 साल की अपनी बेटी को डरा-धमकाकर पांच साल तक दुष्कर्म करता रहा। अब 15 वर्षीय हो चुकी लड़की 11वीं कक्षा में पढ़ती है। शासकीय संस्थान में काम करने वाली मां को पिता की हरकतों पर शक हुआ, मां गर्वमेंट संस्थान में काम करती है। उसका पिता उसे घर से बाहर नहीं जाने देता था। इतना डरा के रखता था की बच्ची खेलने के लिए बाहर भी नहीं जा पाती थी। शुरू में मां को लगा की पिता बच्ची की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, लेकिन जब बड़ी होने के बाद भी आरोपी पिता उसे घर में रहने पर मजबूर करने लगा, और पढाई लिखाई सम्बन्धित कामों के लिए भी घर से निकलने के लिए मना करने लगा तो उसकी मां को उस पर शक हुआ। तब उसने अपनी बेटी को सच्चाई बताने का दबाव बनाया और उन्हें छोड़कर अकेली रहने की धमकी दी साथ ही दिलासा भी दिया की डरने की जरूरत नहीं है। मां के सख्त रुख और दिलासे को देखकर बेटी टूट गई और 5 साल से जारी पिता की करतूतों की पूरी कहानी मां को बता डाली। मामला सामने आने पर मां अपनी बेटी को लेकर थाने पहुंची थी। पूरा मामला कोनी थाना क्षेत्र का है।
थाना प्रभारी के अनुसार 15 वर्षीय लड़की 11वीं कक्षा में पढ़ती है। उसका पिता रोजी-मजदूरी करता है और मां गर्वमेंट संस्थान में काम करती है। लड़की जब 11 साल की उम्र की थी, तब से उसका पिता उसके साथ दुष्कर्म करता आ रहा था। पांच साल तक छात्रा अपने पिता के शारीरिक शोषण का शिकार होती रही बेटी ने आखिरकार साहसी कदम उठाते हुए पिता को उसके कर्मों की सज़ा देने के लिए कानून का सहारा लिया। बहरहाल छात्रा का बयान दर्ज कर पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ सोमवार को केस दर्ज किया और मंगलवार को आरोपी को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है। पिता-पुत्री के पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाले ऐसे असुररूपी पिता को कानून कितनी सख्त सज़ा देगा ये आने वाला वक़्त बताएगा।