रायपुर। साइबर अपराधियों का हॉट स्पॉट कौन सा है, किस तरह के उपकरणों से ऑपरेट कर रहे हैं, कौन-कौन से बैंक खातों का इस्तेमाल हो रहा है और किन लोगों के संपर्क में हैं… ये ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब अब पुलिस के पास होगा। इसके लिए CyCAPS Portal डेवलप किया गया है। इसमें साइबर अपराधियों की गतिविधियों की जानकारी है। यानी समय पर साइबर अपराध की रिपोर्ट मिलने पर अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए आसान होगा। पुलिस मुख्यालय में इस संबंध में सभी जिलों के साइबर सेल प्रभारियों को ट्रेनिंग दी गई। दरअसल, CyCAPS Portal को तेलंगाना पुलिस ने डेवलप किया है। यह NCRP, Cyber Safe, CCTNS आदि से जुड़ा हुआ है। तेलंगाना पुलिस के इंटेलीजेंस विभाग के स्पेशल सेल के एसपी देवेंदर सिंह ने वर्चुअल माध्यम से इस पोर्टल के संबंध में जानकारी दी।
सभी जिलों के पास होगी लॉगिन आईडी
एडीजी तकनीकी सेवाएं प्रदीप गुप्ता, डीआईजी रामगोपाल गर्ग की उपस्थिति में साइबर क्राइम एनालिसिस एंड प्रोफाइलिंग सिस्टम (CyCAPS) पोर्टल के संचालन के लिए वर्चुअल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। एडीजी गुप्ता ने अपने उद्बोधन में साइबर अपराधों में हो रही वृद्धि पर चिंता जताई। इसकी जांच और बचाव के लिए CyCAPS Portal की उन्होंने तारीफ की।
तेलंगाना पुलिस के स्पेशल सेल के एसपी देवेंदर सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों की ट्रेकिंग और धरपकड़ के लिए CyCAPS Portal विकसित किया गया है। पोर्टल की मदद से साइबर अपराधियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी जैसे साइबर अपराध/शिकायत की संख्या, साइबर अपराध के हॉटस्पाट, प्रोफाइल, डिवाइस और वित्तीय गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां एक मंच पर उपलब्ध है। इससे अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी।
प्रशिक्षण में पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (तकनीकी सेवाएं) कवि गुप्ता के अलावा सभी जिलों के साइबर नोडल अधिकारी और साइबर सेल प्रभारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।