रायपुर। राजधानी में इस बार 11 सितंबर की रात को गणेश विसर्जन की झांकियां निकलेगी. गणेश विसर्जन एवं झांकी निकालने के लिए जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किया है. ध्वनि विस्तारक यंत्र धीमी स्वर में ही बजाना होगा. तेज आवाज में बजाने वाले और आयोजन समिति पर कार्रवाई की जाएगी.
महादेवघाट, रायपुर में निर्धारित स्थल पर ही मूर्तियां विसर्जित की जाएगी. गणेश विसर्जन की झांकियां शारदा चौक से जयस्तंभ, मालवीय रोड, कोतवाली चौक, सदरबाजार, सत्ती बाजार, कंकालीपारा, पुरानीबस्ती थाना, लीली चौक, लाखेनगर, रायपुरा होते हुए महादेव घाट विसर्जन स्थल पहुंचेगी. जारी निर्देशों के अनुसार गणेश उत्सव समितियां सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग धीमी स्वर में ही करेंगे. डीजे, धुमाल का तीव्र आवाज के साथ उपयोग करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.साथ ही आयोजन समिति पर भी कार्रवाई की जाएगी. मालवाहक वाहनों में वाहन के स्वरूप को परिवर्तित कर ध्वनि विस्तार यंत्र (डीजे, धुमाल) का प्रयोग किए जाने पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. गणेश विसर्जन की झांकियां 11 सितंबर को प्रारंभ होकर 12 सितंबर को महादेवघाट, रायपुर में निर्धारित स्थल में विसर्जित होगी. गणेश विसर्जन महादेव घाट में नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा निर्धारित विसर्जन कुंड में किया जाएगा. गणेशोत्सव समितियां झांकी आयोजन व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखने एवं अग्नि दुर्घटना के बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र एवं फायर फाईटर तथा इस कार्य के लिए चिन्हित एवं कुशल स्वयंसेवक रखेंगे. साथ ही उन्हें परिचय पत्र देंगे. यातायात सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
झांकियों की उंचाई ज्यादा न रखने के निर्देश गणेश उत्सव समितियों की झांकियां शारदा चौक के पास तैनात अधिकारी-कर्मचारियों से नंबर प्राप्त करने के बाद आगे बढ़ेंगी. विसर्जन व झांकी के दौरान किसी भी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र का उपयोग एवं प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा. शारदा चौक से जयस्तंभ चौक तक कोई झांकी नहीं निकाली जाएगी. विसर्जन उपरांत वेस्ट मटेरियल, पूजा सामाग्री, फुल कपड़े, प्लास्टिक, पेपर आदि को एकत्र कर नगर पालिक निगम द्वारा निर्धारित स्थल में रखा जाएगा. विसर्जन एवं झांकी के दौरान ऐसी प्रतिमा या प्रदर्शनी न हो, जिससे किसी की भावना आहत होती हो. झांकी के रूट में झांकी विद्युत तार से न टकराएं, इसके लिए झांकी की उंचाई ज्यादा न हो, इसका ध्यान रखने भी कहा गया है.