रायपुर। प्रदेश में साढ़े तीन साल में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने 41 शिकायतों पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है। इनमें निलंबित एडीजी मुकेश गुप्ता समेत कई अफसर-कर्मचारी, और कारोबारी शामिल हैं। यह जानकारी सीएम भूपेश बघेल ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
भाजपा सदस्य सौरभ सिंह के सवाल के लिखित जवाब में श्री बघेल ने बताया कि दिसंबर 2018 से 20 जून 2022 तक कुल 41 शिकायतों पर प्रकरण दर्ज कर ईओडब्ल्यू और एसीबी ने जांच शुरू की है। जिनके खिलाफ जांच चल रही है, उनमें आईएएस राजेश सुकुमार टोप्पो, और मेसर्स मीडिया क्यूबस है। इसी तरह ईओडब्ल्यू की सूबेदार रेखा नायर, घनश्याम शर्मा नायब तहसीलदार, सनत पटेल पटवारी, पंकज लाहोटी वॉलफोर्ट सिटी, गोपाल सोनकर राजीव व अन्य है। घनश्याम शर्मा और बाकियों के खिलाफ सरकारी पट्टे की भूमि को अवैध तरीके से खरीद कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी का प्रकरण दर्ज किया गया है। निलंबित एडीजी मुकेश गुप्ता, रजनेश सिंह और अन्य के खिलाफ लोक दस्तावेजों को नष्ट करने व अन्य विधि विरूद्ध काम करने के प्रकरण की जांच चल रही है।
इसी तरह सहायक आयुक्त श्रीकांत दुबे के खिलाफ खनिज विभाग में हुए कार्यों में गड़बड़ी की जांच चल रही है। इसके अलावा पटवारी राम नरेश टंडन, एसडीएम एसके अग्रवाल, तहसीलदार व आरआई के खिलाफ आर्थिक अनियमितता का प्रकरण दर्ज किया गया है। पूर्व प्रमुख सचिव अमन सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज करने की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
एडिशनल सीईओ स्वास्थ्य बीमा योजना विजेंद्र कटरे के अलावा रितेश अग्रवाल, मोहम्मद आगा हुसैन, श्रद्धा अग्रवाल के खिलाफ अलग-अलग शिकायतों पर प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है। इससे परे आरबी देवांगन तत्कालीन तहसीलदार, मीना वढेरा, उपपंजीयक और मेहतर वर्मा पटवारी के खिलाफ जांच चल रही है। अशोक चतुर्वेदी के खिलाफ पापुनि में भ्रष्टाचार, अनिमेश सिंह, हितेश चौबे के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में जांच चल रही है। आरडीए के पूर्व अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव के खिलाफ अनियमितता, गोपाल शर्मा सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी धमतरी और जांजगीर-चंापा के सरपंच उर्वशी चौहान के खिलाफ जांच चल रही है। जिला शिक्षा अधिकारी रामानंद हीराधर, टीआर वर्मा के खिलाफ अलग-अलग शिकायतों में प्रकरण दर्ज कर जांच चल रही है। एसडीओ सिंचाई इम्तियाज अहमद, स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के खिलाफ एंबुलेंस टेंडर में भ्रष्टाचार की शिकायत के मामले में अलग-अलग प्रकरण दर्ज जांच की जा रही है।