पेंड्रा I छत्तीसगढ़-मध्यप्रेदश की सीमा पर हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। ये हाथी कभी सीमा पार कर मध्यप्रदेश के अनूपपुर पहुंच जाते हैं तो कभी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही(GPM) पहुंच जाते हैं। पिछले कुछ दिनों में तो गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले हाथियों ने 20 से ज्यादा घरों को तोड़ दिया है। कई किसानों की फसलों को भी चौपट किया है। यही हाथी 2 लोगों की जान भी ले चुके हैं।
दरअसल, 3 हाथियों का झुंड मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमा पर पिछले कई दिनों से घूम रहा था। मगर एक हाथी 8 जून के आस-पास इस दल से बिछड़ गया था। इसके बाद से इन हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू किया है। कुछ समय पहले ये अनूपपुर जिले के जंगलों में घूम रहे थे। वहां भी कई लोगों को घर को तोड़ चुके हैं। कहा जा रहा है कि अनूपपुर जिले में भी इन हाथियों ने मिलकर 40 से ज्यादा घरों को तोड़ा है।
अब GPM में डाल लिया डेरा
पिछले कुछ दिनों से हाथियों ने अब गौरेला-पेड्रा-मरवाही में डेरा डाल लिया है। वो यहां रात के वक्त लोगों के घरों को तोड़ रहे हैं। शनिवार रात को तो हाथी चुवाबहरा,मड़वाही गांव में पहुंच गए थे और लोगों के घर तोड़ दिए। अंदर घुसकर अनाज भी खा लिया। इसके बाद ये चुवाबहरा के जंगल में चले गए है। अभी भी वहीं पर इन हाथियों ने डेरा डाल रखा है।
बाड़ी में लगे फसलों को चौपट किया
बताया जा रहा है कि इन हाथियों ने पिछले कुछ दिन में कोरजा, धनौली, पंडरीपानी,चुवाबहरा,,मड़वाही गांव में सबसे ज्यादा आतंक मचाया है। यहां लोगों के घर की बाड़ी में लगे फसलों को चौपट किया है। जिसके चलते लोग काफी परेशान हैं। लोगों का कहना है कि हमें हमेशा डर बना रहता है कि यदि हाथी ना आ जाए। वहीं वन विभाग की टीम भी इन हाथियों पर नजर रख रही है। मगर बार-बार जंगल की ओर भाग जाने के कारण उन्हें नियंत्रित नहीं किया जा सका है।
जानकारी मिली है कि इन्हीं 2 हाथियों ने मिलकर 8 जून और 9 जून को मरवाही वन रेंज के लोगों पर हमला किया था। जिससे 2 की मौत और एक शख्स घायल हो चुका है। ये सभी लोग अपने-अपने काम से बाहर गए हुए थे। उसी वक्त इन पर हमला किया गया था।