यह घटना पंडरी इलाके की है। शनिवार की रात इस मामले की वजह से पंडरी थाने में बवाल भी हुआ। पूर्व सैनिकों का दल इस मामले में कार्यवाही की मांग लेकर पुलिस थाने पहुंचा। काफी देर तक कार्रवाई ना होने की वजह से पूर्व सैनिकों का गुस्सा भी फूटा। हालात बिगड़ता देख पुलिस हरकत में आई और देर रात सैनिक के साथ मारपीट करने वाले बदमाशों को पकड़ लिया गया।
यह है पूरा मामला
भारतीय सेना के जवान किशोर कुमार तिवारी अपने माता-पिता को लेकर मोवा के एक प्राइवेट अस्पताल में चेकअप के लिए जा रहे थे। मां और पिता दोनों की तबीयत ठीक नहीं थी। मोवा अंडर ब्रिज के पास पहुंचे ही थे कि रॉन्ग साइड से कट मारते हुए एक ऑटो तेज रफ्तार से गुजरी। किशोर ने ऑटो चला रहे नाबालिग युवक को टोका। पीछे की सीट में बैठे दो युवक, किशोर के साथ हुज्जत करने लगे। बूढ़े मां बाप साथ थे, इसलिए इनकी बातों पर बिना ध्यान दिया किशोर आगे बढ़ गए, लेकिन अस्पताल के गेट पर जैसे ही पहुंचे नाबालिग अपने साथ छह-सात बदमाशों को लेकर पहुंच गया।
इन बदमाशों ने सेना के जवान किशोर को घेरा और उसके साथ मारपीट करने लगे। जब बूढ़े मां-बाप बचाव के लिए आए तो बदमाशों ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। किशोर ने बताया कि सड़क पर मौजूद भीड़ तमाशा देखती रही। वह मेरे मां-बाप के साथ मारपीट करते रहे, मगर किसी ने कुछ नहीं किया। नाबालिग और उसके साथी कह रहे थे कि हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसके बदमाश फरार हो गए थे। थाने में किशोर की माँ उनसे लिपट कर रोती बिलखती रही।
पकड़े गए बदमाश
इस घटना के बाद बढ़े विवाद की वजह से मामला रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के पास भी पहुंचा। उन्होंने फौरन इस मामले में फौरन पंडरी थाने की पुलिस को एक्शन लेने को कहा । घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और स्थानीय बदमाशों को पहचान लिया गया। पुलिस की टीम ने फौजी के साथ मारपीट के मामले में 20 साल के आसिफ अली और 23 साल के अब्दुल साहिल को गिरफ्तार किया है। इनका एक नाबालिग साथी भी पकड़ा गया है जो इस मारपीट में शामिल था।