आयुष्मान मित्रों में जबरदस्त आक्रोश, राज्यपाल को सौपा ज्ञापन
रायपुर. नौकरी से निकालने को लेकर आयुष्मान मित्रों में भारी आक्रोश है. सोमावर को आयुष्मान मित्रों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. विरोध प्रदर्शन में प्रदेश भर के आयुष्मान मित्र रायपुर पहुंचे हुए हैं. लगभग 700 युवाओं की नौकरी छीन गई है.
आयुष्मान मित्रों ने तीन सूत्री मांगों को लेकर राज्यपाल, स्वास्थ्य मंत्री और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. मांग है कि निजी अस्पताल को आयुष्मान मित्र की नियुक्ति का अधिकार तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए, 8-10 साल से काम कर रहे सभी आयुष्मान मित्रों को फिर से यथावत रखते हुए स्थाई किया जाए और वेतन वृद्धि करते हुए न्याय करने की मांग की गई है. वहीं आयुष्मान मित्रों ने मनमानी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक तरफ रोजगार देने की बात कही जा रही है, दूसरी तरफ रोजगार छीन ले रहे हैं.
आयुष्मान मित्र के पीड़ित सचिन सोनी ने कहा कि हमें षड्यंत्रपूर्वक नौकरी से निकाला गया है. कई सालों से हम सेवा दे रहे हैं, लेकिन अचानक हमें आज बेरोजगार कर दिया गया है. इसी का विरोध करने हम आज प्रदेशभर के आयुष्मान मित्र रायपुर पहुंचे हैं तो वहीं आज हमारी तीन सूत्री मांग को लेकर राज्यपाल, स्वास्थ्य मंत्री और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे है.
वहीं पूर्णिमा देवांगन ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ वर्तमान में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना, खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत आयुष्मान मित्र के पद पर पूरी ईमानदारी पूर्वक अपने कार्य का निर्वाहन कर रहे हैं, लेकिन अचानक DM इंडिया कम्पनी ने अचानक लगभग 700 आयुष्मान मित्रों को बेरोजगार कर दिया है. नौकरी से निकाल दी. इसी का विरोध करते हुए हम कर रहे हैं. हमें फिर से यथावत नियुक्ति दी जाए.
साथ ही आयुष्मान मित्रों ने कहा कि नोडल एजेंसी द्वारा निजी अस्पताल को आयुष्मान मित्र की नियुक्ति का अधिकार दिया गया है. उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए, ताकि शासन के साथ ही योजनाओं को सुचारु रूप से संचालित किया जा सके और मरीजों को लाभ मिले.