दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में रेप के एक केस में 10 दिन की मृत बच्ची का डीएनए टेस्ट पुलिस ने कराया है. कोर्ट की अनुमति के बाद पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल भेजे हैं. टेस्ट रिपोर्ट को बतौर सबूत पुलिस कोर्ट में पेश करेगी. मामला दुर्ग जिले के नेवई थाना क्षेत्र का है. नाबालिग से रेप के एक मामले में पुलिस जांच कर रही है. शिकायत के मुताबिक नाबलिग लड़की से दोस्ती कर युवक ने उसे शादी का झांसा दिया. इसके बाद युवक ने नाबालिग से शारीरिक संबंध बनाए. लेकिन शादी से टाल मटोल करता रहा. जब युवक से उसकी पहचान हुई तब नाबलिग की उम्र महज 13 वर्ष थी.

दुर्ग पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अगस्त 2021 में नेवई थाने में नाबालिग ने रेप की शिकायत दर्ज कराई थी. तब नाबालिग 5 महीने की गर्भ से थी. बीते 10 जनवरी को 15 वर्षीय रेप पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया. 20 जनवरी को बच्ची की मौत हो गई. मौत की सूचना पर पुलिस ने बच्ची का सुपेला शासकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया. आरोपी के खिलाफ सबूत को पुख्ता करने के लिए पुलिस ने कोर्ट से बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाने की अनुमति मांगी. सरिता दास की कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने सैंपल लिया और अब उसे जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा.

2 वर्षों तक बनाया संबंध
दुर्ग एएसपी संजय ध्रुव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि नाबालिग लड़की ने अपनी शिकायत में बताया था कि आरोपी उसके घर से पास ही रहता है. आरोपी ने पंसद करने और शादी करने की बात कहकर लड़की को अपने झांसे में लिया. इसके बाद दो वर्षों तक उससे शारीरिक संबंध बनाता रहा. युवक ने बाद में उससे शादी करने से इनकार कर दिया. इसके बाद पीड़िता थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत की. पुलिस ने आरोपी के गिरफ्तारी के बाद उसके दुष्कर्म और नाबालिग की बच्ची से संबंध स्थापित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाना था. पूरा प्रकरण ट्रायल में होने की वजह से डीएनए टेस्ट कराया गया है. आरोपी के खिलाफ धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. तब से वह जेल में है.