उप पंजीयक की मौत के बाद पत्नी ने भी तोड़ा दम…..तीन बच्चे हो गये अनाथ

बिलासपुर 28 मई 2021। कोरोना ना जाने कितने दर्द दे गया। कई घर तबाह हो गये, कई महिलाएं बेवा हो गयी तो कई बच्चे अनाथ रह गये। ऐसी ही दर्द भरी कहानी बिलासपुर से भी आयी है, जहां 10 के दिन के भीतर एक परिवार पूरी तरह तबाह हो गया और बच्चे अनाथ हो गये। झकझोर कर रख देने वाली ये कहानी है चंद्रप्रकाश ओगरे और सरिता ओगरे की। बिलासपुर के उसलापुर में रहने वाले चंद्रप्रकाश मिमगा रजिस्ट्री कार्यालय में उप पंजीयक थे। 10 मई को चंद्रप्रकाश ओगरे कोरोना पॉजेटिव पाये गये थे, पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट हुआ तो पत्नी सरिता भी कोरोना पॉजेटिव मिली।

पहले तो चंद्रप्रकाश का घर पर ही इलाज चला, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उन्हें बिलासपुर के एक प्राइवेट हास्पीटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 16 मई को उप पंजीयक चंद्रप्रकाश ओगरे की मौत हो गयी। इस दौरान सरिता की भी तबीयत बिगड़ गयी, हालांकि उन्हें भी उसी दौरान अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 10 दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार 26 मई को सरिता ओगरे की भी मौत हो गयी।मां-पिता दोनों की मौत के बाद अब तीन बच्चे अनाथ हो गये हैं। जुडवा बच्चे की उम्र 9 साल की है, जबकि छोटा बेटा 5 साल का है। कोरोना के इस कहर ने पूरा परिवार तबाह कर दिया है।