नई दिल्ली। देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के बेकाबू रफ्तार को देखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ममता बनर्जी ने राज्य में मिनी लॉकडाउन का एलान कर दिया है. अन्य राज्यों की तरह बंगाल में भी कोरोना का खतरा बरकरार है. कोरोना पर लगाम कसने के लिए सीएम ममता बनर्जी ने मिनी लॉकडाउन का एलान कर दिया है.
बंगाल में लगाया मिनी लॉकडाउन
बंगाल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोकल ट्रेनों की आवाजाही भी रोकने का फैसला किया गया है. इसके अलावा दुकानें भी कुछ घंटों के लिए ही खुलेंगी. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच बंगाल में होने वाली चुनावी रैलियों को लेकर राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.
बंगाल में मास्क पहनना अनिवार्य है
ममता बनर्जी ने पाबंदियों का एलान करते हुए कहा कि कोविड-19 के हालात को देखते हुए हमें कुछ कदम उठाने होंगे. मास्क पहनना अनिवार्य है तो राज्य सरकार के दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारी ही मौजूद रहेंगे. प्राइवेट सेक्टर को वर्क फ्रॉम होम कराने को कहा गया है, जबिक दफ्तर में 50 फीसदी ही कर्मचारी रह सकते हैं. शॉपिंग कॉम्पलेक्स, जिम, सिनेमा हॉल्स, ब्यूटी पार्लर बंद रहेंगे. सामाजिक और राजनीतिक जुटान पर भी प्रतिबंध रहेगा.
ममता ने कहा कि जूलरी की दुकानें दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक खुलेंगी. होम डिलीवरी को प्रोत्साहित किया जाएगा. बैंक सुबह 10 बजे से 2 बजे तक खुलेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बाजार, खुदरा दुकानें सुबह 7 से 10 बजे तक और फिर शाम 5 से 7 खुलेंगी.
6 मई से लोकल ट्रेनों की आवाजाही बंद रहेगी. मेट्रो में क्षमता के 50 फीसदी लोग ही होंगे. 7 मई से राज्य के एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले यात्रियों को 72 घंटे भीतर का आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. जो लोग पॉजिटिव होंगे, उन्हें 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. बस अड्डों पर रेंडम जांच की जाएगी तो यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य होगा. ट्रेन यात्रियों पर भी यही नियम लागू होगा.