नई दिल्ली। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ( Dr Balram Bhargava) ने सोमवार को देश में जारी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर को पहले की तुलना में कम खतरनाक बताया। एएनआइ से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट तौर पर इस बार लक्षण कम हैं। जैसा की मैंने कहा था कि जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गंध न महसूस करना, गले में खराश जैसे लक्षण इस बार पहले की तुलना में कम दिख रहे हैं। हालांकि सांस लेने में कठिनाई इस बार अधिक देखी जा रही है।’ आज ICMR द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में रविवार तक कोरोना वायरस के लिए कुल 26,78,94,549 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 13,56,133 सैंपल कल टेस्ट किए गए।
डॉ.बलराम भार्गव ने आगे कहा, ‘RTPCR टेस्ट गोल्ड स्टैंडर्ड है, हम दो या अधिक जीन नापते हैं जिससे टेस्ट में कुछ भी मिस न हो। इस वेव में ऑक्सीजन की ज़्यादा आवश्यकता पाई गई। लोगों में सांस की दिक्कत ज़्यादा पाई गई है। दोनों वेव में मृत्यु दर में कोई अंतर नहीं देखा गया है। दोनों ही वेव में 70 प्रतिशत लोग 40 की उम्र के थे। उन्होंने आगे बताया कि इस बार कोविड मरीजों में अधिकतर युवा शामिल है जबकि पहले वेव में औसत मरीजों में 50 साल के लोग थे और इस बार औसत मरीजों की उम्र 49 साल है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिक उम्र वालों पर संक्रमण का जोखिम अधिक है। उन्होंने बताया, ‘इस साल बिना लक्षण वाले मरीजों के मामले अधिक हैं। पहले वेव और दूसरी वेव के बीच मृत्यु दर में कोई कमी नहीं आई।’ डॉक्टर भार्गव ने आगे कहा कि इस तरह के ट्रेंड देश के अधिकतर राज्यों में देखा जा रहा है।’