यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी UGC ने घोषणा की है कि 2024-25 सेशन से PhD एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी NET के स्कोर स्वीकार किए जाएंगे। अभी PhD कोर्सेज में दाखिले के लिए यूनिवर्सिटीज अलग-अलग एडमिशन टेस्ट आयोजित करते हैं। ऐसे में नई व्यवस्था से अब PhD कैंडिडेट्स को एडमिशन के लिए एक से ज्यादा एग्जाम्स नहीं देने होंगे।
ये फैसला NEP 2020 के तहत लिया गया है। 13 मार्च को आयोजित UGC की 578वीं बैठक में ये फैसला लिया गया। इसका सुझाव एक एक्सपर्ट कमेटी द्वारा दिया गया था। UGC NET साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित किया जाता है। NET स्कोरकार्ड की मदद से कैंडिडेट्स जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्तियों के लिए एलिजिबिल होते हैं।
आधिकारिक नोटिस के अनुसार, UGC NET क्लियर करने वाले उम्मीदवार अब तीन कैटेगरी के लिए पात्र होंगे:
- JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए एलिजिबिलिटी के साथ PhD एडमिशन
- केवल असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए एलिजिबिलिटी के साथ PhD एडमिशन
- केवल PhD एडमिशन के लिए
हालांकि, PhD एडमिशन के लिए, मेरिट लिस्ट बनाने में UGC NET स्कोर को 70 प्रतिशत और इंटरव्यू को 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।
UGC के अध्यक्ष मामिडाला जगदीश कुमार ने कहा कि NTA अगले सप्ताह प्रोसेस शुरू करने की योजना बना रही है। उन्होंने X पर पोस्ट किया, ‘शैक्षणिक सत्र 2024-2025 से, सभी यूनिवर्सिटी और हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं के स्थान पर PhD कोर्सेज में एडमिशन के लिए NET स्कोर का उपयोग कर सकते हैं।’
UGC NET June 2024 का नोटिफिकेशन जल्द आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर जारी होने की उम्मीद है। बता दें कि PhD एडमिशन के लिए NET स्कोर एक साल तक वैलिड रहेगा।