भोपाल. मध्य प्रदेश में नए पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर कयास खत्म हो गए है। रेस में सबसे आगे चल रहे 1987 बैच के आईपीएस सुधीर सक्सेना का नाम इस पद के लिए फाइनल हो गया है और वे आज भोपाल में पदभार ग्रहण करेंगे. सक्सेना का कार्यकाल नवंबर 2024 तक रहेगा और 2023 का विधानसभा चुनाव करवाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उन पर होगी।
ग्वालियर निवासी सक्सेना केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कैबिनेट सचिवालय में सचिव सुरक्षा पदस्थ थे। उन्हें पुलिस महानिदेशक बनाने के लिए राज्य सरकार ने सेवाएं लौटाने का अनुरोध केंद्र सरकार से किया था, जिसे मान्य करते हुए दो मार्च को सेवा लौटाने के आदेश जारी किए गए थे। सक्सेना रायगढ़, छिंदवाड़ा, रतलाम और जबलपुर के पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। वे 2002 से 2009 तक सीबीआइ में डीआइजी रहे। इसके बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे और पुलिस महानिरीक्षक इंटेलीजेंस बनाए गए। 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी बनाए गए। पुलिस मुख्यालय में प्रशासन का काम भी देखा। 2016 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे। सीआइएसएफ में 2018 से अगस्त 2021 तक सेवाएं दीं। इसके बाद उन्हें कैबिनेट सचिवालय में सचिव सुरक्षा पदस्थ किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जनवरी 2022 में पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक के मामले की जांच का जिम्मा सुधीर कुमार सक्सेना को सौंपा गया था। इस उच्चस्तरीय समिति में गुप्तचर ब्यूरो के संयुक्त निदेशक और एसपीजी के आइजी को शामिल किया था।