कोरबा / होम आईसोलेशन में रहकर अपना ईलाज करा रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने और मरीजों के नियमित निगरानी के उद्देश्य से होम आईसोलेशन माॅनिटरिंग सेल का गठन किया गया है। जिला स्तर पर सभी होम आईसोलेटेड मरीजों की सतत निगरानी के लिए सभी विकासखण्डों के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। होम आईसोलेशन माॅनिटरिंग सेल द्वारा होम आईसोलेटेड मरीजों को दवाई की उपलब्धता, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर की व्यवस्था तथा डाॅक्टरों द्वारा मरीजों का नियमित फाॅलोअप आदि की सतत् निगरानी की जाएगी। यह सेल होम आईसोलेटेड मरीजों के घर स्टीकर चस्पा करना एवं मरीजों से घोषणा पत्र प्राप्त करना आदि प्रक्रिया का समुचित ढंग से समय सीमा में संपादन को नियंत्रित करेगा। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए होम आईसोलेटेड मरीजों के उचित ईलाज और उनको मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए माॅनिटरिंग सेल का गठन किया गया है। होम आईसोलेटेड मरीज माॅनिटरिंग सेल के हेल्पलाइन नंबर में संपर्क करके होम आईसोलेशन से संबंधित शिकायतों और सुझावों को बता सकते हैं।
जिला स्तरीय होम आईसोलेशन एंव माॅनिटरिंग सेल के नोडल अधिकारी ने बताया कि होम आईसोलेटेड मरीजों के निगरानी के लिए सभी विकासखण्ड में हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। विकासखण्ड कोरबा के लिए हेल्पलाइन नंबर 77480-13497, करतला के लिए 95169-12840, कटघोरा के लिए 74404-14943, पाली के लिए 79700-79274 तथा विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा के लिए हेल्पलाइन नंबर 92852-13024 जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि होम आईसोलेटेड मरीज इन हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करके अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और दवाईयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
जिला प्रशासन द्वारा होम आईसोलेशन मे रहने वाले मरीजो की निगरानी एवं समन्वय और प्रबंधन के लिए चैबीस घंटे चलने वाले काॅल सेंटर-सह-कंट्रोल रूम का भी स्थापना किया गया है। जिला पंचायत कार्यालय कोरबा मे स्थापित जिला स्तरीय इस कंट्रोल रूम में इस बार पांच फोन स्थापित किए गए हैं। जिनका नंबर 07759-222720, 222721, 222722, 222723, 222724 है। इस चैबीसो घंटे चलने वाले सक्रिय कंट्रोल रूम मे चिकित्सा अधिकारी के साथ नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भी ड्यूटी लगाई गई है। होम आईसोलेशन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी प्रतिदिन होम आईसोलेटेड मरीज के अटेंडेंट से फोन के माध्यम से सम्पर्क में रहते हैं। होम आईसोलेटेड मरीज मे सांस लेने मे कठिनाई, सीने मे दर्द, होठ या चेहरे का नीला पड़ना, जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने पर मरीज के अटेंडेंट या परिजन कंट्रोल रूम मे दूरभाष के माध्यम से सूचना दे रहे हैं। गंभीर मरीज की सूचना कंट्रोल रूम मे प्राप्त होने पर रैपिड एक्शन टीम द्वारा मरीज को कोविड केयर सेंटर या डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती करने की कार्रवाई भी की जा रही है।