कोरबा।

टीपीनगर में स्थित नया बस स्टैंड को हाइटेक बस स्टैंड बनाने की घोषणा तो कर दी गई। लेकिन यह घोषणा तक ही सीमित रही। 10 साल पहले 10 करोड़ की घोषणा की गई थी लेकिन हाईटेक बस स्टैंड के नाम पर कोई भी फंड नहीं आया। पांच साल पहले लगा वाटर एटीएम लगते ही बंद हो गया।

हाई मास्ट लाइट खराब होने से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी होती है। यहां सफाई भी नाम मात्र की होती है। इस वजह से यात्रियों को इधर उधर बैठकर बस का इंतजार करना पड़ता है।शहर से प्रमुख शहरों के लिए डेढ़ सौ बसें चलती थीं। बिलासपुर, अंबिकापुर, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा मार्ग के लिए बस शुरू होने के बाद यात्री इंतजार करते रहते हैं। लेकिन, सुविधाएं बढ़ने के बजाय घट गई है। 6 साल पहले वर्ष 2014 में बस स्टैंड का नवीनीकरण कराया गया था। इसके तहत जहां बसें खड़ी होती हैं। उस परिसर का डामरीकरण कराया गया था। साथ ही पोताई भी कराई गई थी। इसके बाद कोई काम नहीं हुआ। जो सुविधाएं मिल रही थीं, वह भी बंद हो रही हैं।

शिकायत के बाद भी नहीं हो रहा सुधार: अध्यक्ष
यातायात महासंघ के जिलाध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी का कहना है कि बिजली नहीं जलती। यात्री दुकानों के सामने में बैठकर इंतजार करते हैं। पानी की सुविधा भी यात्रियों को नहीं मिलती। इसकी शिकायत के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है।

शीघ्र कराया जाएगा सुधार
निगम के मेयर राजकिशोर प्रसाद का कहना है कि पानी व बिजली की समस्या है तो संबंधित विभागों को सुधार के लिए कहेंगे। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका प्रयास किया जाएगा।

पेड़ के नीचे बस का इंतजार
जशपुर जाने बस का इंतजार कर रही पार्वती उरांव का कहना है कि प्रतीक्षालय में बैठने की व्यवस्था नहीं है। इसकी वजह से पेड़ के चबूतरे में बैठकर इंतजार कर रहे हैं।