कोरिया जिले के बांध के गेट खुलने कोरबा के डैम फुल, हसदेव नदी का बढ़ा जलस्तर

कोरबा। हसदेव बांगो बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। सोमवार सुबह जलस्तर 355.91 मीटर था जो दोपहर 2 बजे बढ़कर 356 मीटर पहुंच गया। बांध में 80 प्रतिशत पानी का भराव हो चुका है। अगर जलस्तर बढ़ने की यही गति रही तो 15 अगस्त के बाद गेट खोलने की नौबत आ सकती है। बांध की क्षमता 359.66 मीटर है।

लेकिन जलस्तर 358 के बाद गेट खोल दिया जाता है। दर्री बराज का सुबह एक गेट 3 फीट खोलकर 4156 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिसकी वजह से नीचे नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ रहा। लगातार 9वें दिन रुक-रुक कर बारिश होती रही। हसदेव बांगो बांध को भरने में 3 मीटर और पानी की जरूरत है। हालांकि पिछले साल आज की स्थिति में जलस्तर 357.20 मीटर पहुंच गया था। जिसकी वजह से अगस्त में 20 दिनों तक गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा। बांगो बांध का जलस्तर तेजी से कोरिाय जिले में बारिश होने पर बढ़ता है। हसदेव नदी पर ही बने झुमका अब ओवरफ्लो हो गया है। गेज भी भरने वाला है। इसकी वजह से ही पानी की आवक बढ़ गई है। अभी 84.21 मिलियन घनमीटर पानी आ रहा है। हाइडल प्लांट को लगातार 27 घंटे चलाया जा रहा है।

बारिश होने से सिंचाई के लिए पानी की मांग कम
आषाढ़ में बारिश नहीं होने के कारण सिंचाई के लिए दांयीं व बायीं तट नहर में पानी छोड़ा जा रहा था। लेकिन सावन शुरू होते ही लगातार बारिश के कारण नहरों के गेट बंद करना पड़ा। इसकी वजह से ही जलस्तर बांगो बढ़ रहा है। दर्री बराज का जलस्तर बढ़ने पर रोज गेट खोलने की नौबत आ रही है।

बांगो से ढाई लाख हेक्टे. में होती है सिंचाई

हसदेव बांगो बांध से ढाई लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती है। लेकिन सबसे अधिक जांजगीर-चांपा व रायगढ़ जिले के खरसिया तहसील के किसानों को लाभ मिलता है। कोरबा जिले में मात्र 6 हजार हेक्टेयर में ही सिंचाई हो पाती है। अधिकारियों के मुताबिक अगर बारिश नहीं हुई तो भी पानी कम नहीं होगा।

दोपहर में खिली धूप एक डिग्री बढ़ा तापमान
सोमवार को बादल के बीच सूर्य का लुकाछिपी जारी रहा। दोपहर में 10 मिनट के लिए सूर्य दिखा इसके बाद फिर से बदली छा गई। शाम को आधे घंटे तक रिमझिम बारिश होती रही। इसके बाद भी अधिकतम तापमान एक डिग्री बढ़कर 30 पर पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान 23 डिग्री पर बना हुआ है।

जिले में बारिश का 68.7 प्रतिशत कोटा हुआ पूरा
इस साल अब तक बारिश का 68.7 प्रतिशत कोटा पूरा हो चुका है। जिले में 1303.31 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। लेकिन दो महीने में ही 895 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। पिछले वर्ष मात्र 675.4 मिलीमीटर औसत बारिश हुई थी। सबसे अधिक दर्री में 1237.8 व सबसे कम करतला में 618.9 मिलीमीटर बारिश हुई है।