कृषि मंत्रालय ने कृषि वैज्ञानिकों को भेजी एडवाइजरी
Monsoon Update Today नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसूनी बादल तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है। केरल से महाराष्ट्र में प्रवेश कर चुके मानसून ने अब रफ्तार पकड़ ली है। पूर्वोत्तर राज्यों में भी अब मानसूनी बादल फैल चुके हैं और ऐसी संभावना है कि आने वाले तीन या चार दिन में सभी पूर्वी राज्यों और बंगाल की खाड़ी से लगे राज्यों में मानसूनी बादल सक्रिय हो जाएंगे। ऐसे में देश के उत्तरी क्षेत्र में मानसूनी वर्षा समय पर होने की उम्मीद है। अच्छी बारिश की उम्मीद के चलते इस बार कृषि मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को चालू सीजन की फसलों के लिए वैज्ञानिक सलाह भेजी है।
चालू मानसून सीजन की बारिश पर ही देश की खाद्यान्न स्थिति और अर्थव्यवस्था की निर्भरता है। चालू फसल वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 30.73 करोड़ टन से अधिक खाद्यान्न की पैदावार का लक्ष्य रखा गया है। का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें 15.1 करोड़ टन अनाज अकेले एक जून से शुरू हुए खरीफ सीजन में उत्पादन करने का लक्ष्य है। जबकि आगामी रबी सीजन में पैदावार का लक्ष्य 15.59 करोड़ टन निर्धारित किया गया है।
उत्पादन का यह लक्ष्य पिछले फसल वर्ष के मुकाबले अधिक है। ऐसे में कृषि मंत्रालय ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए इस लक्ष्य को प्राप्त करने की पूरी तैयारियां कर ली हैं। देश के सभी कृषि वैज्ञानिकों को एडवाइजरी में फसलों की पैदावार के साथ बागवानी फसलों की खेती, डेयरी, पशुपालन, पोल्ट्री और मत्स्य पालन को लेकर भी सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसूनी हवाओं की रफ्तार तेज होने के साथ ही भारी बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया है। केरल तट तक पहुंचने के 3 दिनों के भीतर ही मानसूनी बादल बड़ी तेजी से हिमालय क्षेत्र वाले बंगाल और सिक्किम समेत समूचे पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से मूसलधार बारिश की आशंका जताई गई है। असम और मेघालय में अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून इस बार पूर्वी राज्यों में सामान्य से ज्यादा बरस सकता है।