भोपाल। प्रदेश में लगातार कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। हो रही है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। कई नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं। श्योपुर जिले में पार्वती नदी उफान पर है। नदी में जलस्तर बढ़ने से शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे 50 से 60 लोग मैरिज गार्डन में फंस गए हैं। जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है। पार्वती और सिंध के उफान पर होने से भिंड और श्योपुर के कई गांव बाढ़ में घिर गए हैं।
कुनो नदी भी उफान पर आ गई है। शिवपुरी-श्योपुर हाइवे के बीच बने कुनो नदी के पुल से पानी 10 फीट से भी ऊपर बह रहा है। जिसके चलते शिवपुरी-श्योपुर का आवागमन एक बार फिर बंद हो गया। लगातार हो रही बारिश किसानों के लिए भी आफत बन कर सामने आई है। बारिश से किसानों की फसल चौपट हो गई है।श्योपुर के साथ ही प्रदेश भर में कई जिलों में गांवों में नदियों का पानी घुस गया है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश में आगे भी भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है।
दतिया जिले में रात भर से बारिश होने से हालात बिगड़ने के आसार हैं। शहर की कई कॉलोनी भी जलमग्न हो चुकी है। बुंदेला कॉलोनी में घरों में पानी घुस गया है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिवपुरी में सिंध नदी भी उफान पर
शिवपुरी जिले में लगातार हो रही तेज बारिश के चलते सिंध नदी उफान पर है। कोलारस तहसील के ग्राम पचावली में बने पुल से सिंध नदी का पानी ऊपर वह रहा है, जिसके चलते इस मार्ग से ईशागढ़, अशोकनगर सहित कई गावों के संपर्क टूट चुके हैं।
इन जिलों में हालात बिगड़े
सतना, रीवा और सिंगरौली के कई गांवाें में बाढ़ का पानी घुस गया है। रीवा के त्योंथर ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित गांव को खाली कराया जा रहा। यहां से 300 लोगों को राहत कैंप में भेज दिया गया है। सीधी और सिंगरौली जिले में गोपद नदी उफान पर है। सतना के बिरसिंहपुर से रीवा के सेमरिया जाने का मार्ग मऊ नदी के उफान में आने के बाद बंद कर दिया गया है।