Lockdown in Bangladesh: कोरोना ने एक बार फिर पलटवार किया है। भारत ही नहीं, बाकी देशों में भी इसकी नई और पहले से ज्यादा खतरनाक लहर सामने आई है। ताजा खबर बांग्लादेश से आ रही है। यहां 8 दिन यानी 21 अप्रैल तक सम्पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इस दौरान इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी बंद रहेंगी। पूरे देश में मॉल्स और मार्केट पूरी तरह बंद रहेंगे। रेस्त्रां और होटल को सुबह से शाम तक खुला रखने की अनुमति दी गई है। हालांकि इस दौरान ऑनलाइन सर्विस और घर पहुंच सेवा ही उपलब्ध रहेगी। सभी तरह के दरफ्त, कंपनियां और फैक्टरियां बंद रहेंगी।
ब्राजील में 1,480 पीड़ितों की गई जान
ब्राजील में सोमवार को कोरोना से 1,480 पीड़ितों की मौत हो गई। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन लाख 54 हजार से ज्यादा हो गई। इस दौरान 38 हजार से ज्यादा नए मामले पाए गए। यहां अब तक कुल एक करोड़ 35 लाख 20 हजार से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इधर, फ्रांस ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ब्राजील से आने-जाने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगाई जाएगी।
अमेरिका में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर रोक
अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) और रोग नियंत्रण तथा रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने जॉनसन एंड जॉनसन का टीका लगाए जाने के छह से 13 दिन के अंदर छह महिलाओं में असामान्य तरीके से रक्त का थक्का जमने के मामले में जांच के लिए मंगलवार को इस टीके पर रोक की सिफारिश की। कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस के एक सलाहकार ने कहा है कि टीके पर लगाई गई रोक का अमेरिका में टीकाकरण की संपूर्ण योजना पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। एफडीए की कार्यवाहक आयुक्त डॉ जैनेट वुडकॉक ने कहा, हमें यह रोक कुछ दिन ही रहने की उम्मीद है। अमेरिका में अब तक जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की 68 लाख डोज लगाई जा चुकी है।
ब्रिटिश पीएम ने चेताया, पाबंदियों में ढील से फिर बढ़ सकती है महामारी
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को चेताया कि देश में कोरोना से होने वाली मौतों में आ रही तेज गिरावट का कारण टीकाकरण नहीं बल्कि तीन महीने से जारी लॉकडाउन है। पाबंदियों में ढील देने से महामारी फिर बढ़ सकती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आए इस यूरोपीय देश में गत जनवरी की शुरुआत में लॉकडाउन लगा दिया गया था। गत फरवरी से नए मामलों और कोरोना से होने वाली मौतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। जबकि गत दिसंबर से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है। 50 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा चुका है। अब इस अभियान में 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को शामिल किया गया है।