आगरा। साइबर शातिरों ने शेयर मार्केट में निवेश, बीमा पालिसी, नौकरी दिलाने और ऋण दिलाने के नाम पर छह महीने के दौरान हर दिन लोगों से दो लाख 22 हजार रुपये से ज्यादा रकम हड़पी। यह रकम शातिरों ने अपने खाते में जमा कराई। आॅॅनलाइन ठगी की कंपनी चलाने वाले गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को रेंज साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरोह ने छह महीने के दौरान कई सौ लोगों को अपना शिकार बनाकर उनसे चार करोड़़ रुपये की ठगी की थी। गिरोह के चार सदस्योंं को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
रेंज साइबर थाने की टीम ने 20 अप्रैल को लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। गिरोह में शामिल मथुरा के श्रीजी गार्डन हाईट़्स निवासी शिशिर उसके पिता विजय अग्रवाल और गाजियाबाद निवासी सुनील उसके भाई सचिन को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में गिरोह के सरगना विकास तिवारी और अंशुल अग्रवाल के बारे में जानकारी मिली थी। इसी के बाद से रेंज साइबर थाने की टीम उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगी थी।
सरगना विकास तिवारी और अंशुल अग्रवाल समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इंस्पेक्टर रेंज साइबर थाना राजेश शर्मा ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना विकास तिवारी है। जबकि अंशुल खातों से रकम जमा कराने और निकालने का काम करता था। वहीं, बाकी सदस्य लोगों को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे। गिराेह के चार सदस्य अभी भी वांछित हैं। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
एमबीए, बीबीए, बीए से लेकर नौंवी पास तक हैं गिरफ्तार आरोपित
-विकास तिवारी उर्फ विक्की निवासी निवासी 15बी, पाकेट बी-2, मयूर विहार फेस तीन नई दिल्ली (बारहवीं)
-अंशुल अग्रवाल निवासी फ़्लैट नंबर 1701, टावर नंबर सात, आरेंज काउंटी, इंद्रापुरम गाजियाबाद (एमबीए ड्राप आउट)
-अमित कुमार निवासी प्रगति विहार, खोड़ा कालोनी गाजियाबाद (बीए)
-सनातन निवासी प्रगति विहार, खोड़ा कालोनी गाजियाबाद (बीबीए)
-सुहेल मंसूरी निवासी ईको विलेज, सुपरटेक-2 ग्रेटर नोएडा (बारहवीं)
-उमेश उपाध्याय उर्फ ईशू निवाी श्याम विहार, फेस एक नजफगढ़ दिल्ली (बारहवीं)
-कुलदीप ठाकुर निवासी गांव अब्दुलपुर, डिबाई बुलंदशहर (नौवीं)
ये हैं वांछित
-विजय कश्यप निवासी बोटेनिकल गार्डन नोएडा
-प्रविंदर सिंह उर्फ आलोक निवासी गाजियाबाद
-रघु निवासी नई दिल्ली