दिल्ली. कोरोना से लड़ाई के इस जंग में Oximeter रोगियों के लिए एक संजीवनी की तरह हो गया है. एक अच्छा ऑक्सीमीटर बाजार में दो हजार रुपए से मिलना शुरू होता है. यह Heart rate के साथ Oxygen Level को रिकॉर्ड करता है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि ऑक्सीमीटर का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए. ताकि ऑक्सीजन की सही रीडिंग मिल सकें. दूसरी तरफ सरकार भी इस बारे में जागरूकता फैला रही है कि कैसे ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल किया जाए.

बता दें कि ऑक्सीमीटर ब्लड में ऑक्सीजन लेवल चेक करने की एक छोटी सी मशीन है. जो दिखने में किसी कपड़े या पेपर क्लिप के समान होती है और सबसे अच्छी बात कि इसे कहीं भी कैरी किया जा सकता है. शायद इसी वजह से इसे पोर्टेबल ऑक्सीमीटर भी कहा जाता है.

चित्त को शांत रखें- Oxygen का लेवल लेने से पहले चित्त को शांत करें और कम से कम 15 मिनट शरीर को पूर्ण आराम दें.

सीधे बैठ जाएं- सीधे बैठ जाएं और अपनी अंगुली को heart के सामने रखें. शरीर को हिलाएं नहीं.

इंडेक्स या मिडिल फिंगर  में लगाएं- Oximeter को इंडेक्स या मिडिल फिंगर में लगाएं. इसे अंगुली में नाखून से थोड़ा ऊपर त्वचा को टच करते हुए लगाएं. इसे दाएं या बाएं किसी भी हाथ की इंडेक्स या मिडिल फिंगर में लगा सकते हैं.

ऑक्सीमीटर स्टेबल रखें- Oximeter स्टेबल रखें. ध्यान रखें जब मापन किया जा रहा हो तो इसे हिलाएं न.

स्टेबल रीडिंग लें- शांत रहें और ऑक्सीमीटर की सबसे ऊंची रीडिंग लें.

दिन में तीन बार लें- ध्यान रखें कि ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का स्तर दिन में तीन बार लें. आधिकारिक तौर पर इस बात को कहा गया है कि ऑक्सीजन का स्तर 92 प्रतिशत से नीचे है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.