नई दिल्‍ली। अगर आपके परिवार में कोई पेंशनर  है तो उन्‍हें तुरंत सावधान कर दें। क्‍योंकि वे फ़ोन  पर  ठगी का शिकार हो सकते हैं। जी हां, इसे लेकर  उत्तर  प्रदेश पुलिस  ने अलर्ट जारी किया है। पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधी पेंशनधारकों को नए तरीके से ठग रहे हैं।

कैसे हो रही Cuber thugi cuber

साइबर अपराधी डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट  के नाम पर  पेंशनर  को फोन करते हैं। वे इतने शातिर हैं कि पहले से ही  पेंशनर  का सारा डिटेल रखते हैं।

कैसे देते हैं झांसा

साइबर अपराधी  पेंशनर को फोन पर झांसा देने के लिए उन्‍हें भुगतान आदेश संख्‍या (प्रो), आधार कार्ड संख्‍या, स्‍थायी पता, ईमेल आईडी, रिटायरमेंट पर मिली रकम, मासिक पेंशन, नॉमिनी आदि के बारे में बताता है। इससे पेंशनर  मान जाते हैं कि साइबर अपराधी ट्रेजरी या पेंशन निदेशालय से ही बोल रहा है।

OTP का खेल

पुलिस के मुताबिक साइबर अपराधी Pensioner को भरोसे में लेने के बाद Digital Life certificate अपडेट करने के लिए कहते हैं और बताते हैं कि उनके मोबाइल पर एक OTP आएगा। फिर वे OTP मांगते हैं और उसे लेकर Pensioner के Bank Khata का पूरा एक्‍सेस ले लेते हैं।

और बैंक खाता खाली

OTP   मिलने के बाद साइबर अपराधी बैंक खाता  को खाली कर देते हैं और रकम दूसरे फर्जी बैंक खातों या मोबइल  वॉलेट  में ट्रांसफर कर लेते हैं।

कैसे बचें ऐसे अपराधी से

पुलिस के मुताबिक पेंशनर  डायरेक्टरेट  ने इस नाते पेंशनर को आगाह किया है। विभाग का कहना है कि पेंशन निदेशालय कभी भी किसी पेंशनधारक को जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल नहीं करता है। और न ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पात्र  अपडेट होता है।

क्‍या कहता है विभाग

पेंशन दफ्तर के मुताबिक Pensioner का फर्ज हैं कि वे अपना  जीवन  प्रमाण पात्र खुद आकर विभाग में दें। साथ ही इस तरह की फर्जी कॉल से बचें और अनहोनी होने पर पुलिस को खबर करें।