नई दिल्ली। भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA presidential candidate Droupadi Murmu) ने रविवार को कहा कि देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए उनके नामांकन से आदिवासी और महिलाएं उत्साहित हैं। राष्ट्रपति चुनाव (presidential election 2022) से एक दिन पहले मुर्मू ने रविवार को एनडीए के सांसदों के साथ बैठक की और उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में खुद को नामित किए जाने के लिए धन्यवाद दिया।
#WATCH | NDA’s Presidential candidate Droupadi Murmu arrives for the NDA meeting at the Parliament building in Delhi pic.twitter.com/NRzQibVdso
— ANI (@ANI) July 17, 2022
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि द्रौपदी मुर्मू ने बैठक में कहा कि देश में 700 से अधिक समुदायों वाले करीब 10 करोड़ आदिवासी हैं और सभी मेरे नामांकन से खुश हैं। चुनाव से पहले 18 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए संसद में माक ड्रिल की गई। संसदीय अनुभव रखने वाले भाजपा नेताओं और पार्टी के कानूनी प्रकोष्ठ के सदस्यों ने सांसदों को वोट डालने की प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन किया।
द्रोपदी मुर्मू का यह बयान राजद नेता तेजस्वी यादव को उनके हमले का करारा जवाब माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने एनडीए की राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का नाम लिए बिना उन्हें मूर्ति करार दिया था। उन्होंने सवाल उठाया था कि किसी ने उन्हें प्रेस कान्फ्रेंस करते नहीं देखा या सुना है क्या..? तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति को बिठाना है, किसी मूर्ति को नहीं… विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तो सभी ने बोलते हुए सुना होगा।
लगभग 4,800 निर्वाचित सांसद और विधायक देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव में सोमवार को मतदान करेंगे। पीटीआइ के मुताबिक इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को विपक्ष के यशवंत सिन्हा पर स्पष्ट बढ़त नजर आ रही है क्योंकि उनके पक्ष में 60 फीसद से अधिक वोट पड़ने की उम्मीद है। मतदान सोमवार को संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। इसके लिए मतपेटियां पहले ही अपने गंतव्य तक पहुंचाई जा चुकी हैं।
मतों की गिनती 21 जुलाई को संसद भवन में होगी और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ ग्रहण करेंगे। कुल 10,86,431 मतों में से विभिन्न क्षेत्रीय दलों के समर्थन के बाद एनडीए उम्मीदवार के पास 6.67 लाख से अधिक वोट माने जा रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से होता है। इसके निर्वाचक मंडल में सांसद और राज्य विधानसभाओं के सदस्य शामिल होते हैं। मनोनीत सांसद और विधायक, और विधान परिषद के सदस्य इस चुनाव में मतदान करने के हकदार नहीं हैं।