रायल्टी के लिए हमारी सर्वश्रेष्ठ सरकारी योजनाएं: परन्तु सरकार के कुछ गलत फैसले हमारे कोमल ह्रदय के बच्चों को कातील तक बना रहा है।
कहानी घर -घर की है। आगे ऐसे पुनरावृत्ति से रोका जा सकता है,
दुस्साहसी पर संभावित नादानी में उठाए कदम का परिणाम प्रत्येक व्यक्ति को सोचने के लिए मजबूर किया है।
सही दिशा में ले जाने पहला कदम है सही फैसला आप पाठक जनता के हाथों में है। इसे शेयर करें या न करें।
*ममता और डांट की सजा: बेटे का चौंकाने वाला खुलासा, कहा-गुस्से में हरदम मां कहती थी*-
लखनऊ I लखनऊ में पीजीआई इलाके में साधना सिंह हत्याकांड में आरोपी नाबालिग बेटे ने पुलिस के सामने कुबूल किया कि उसने वारदात शनिवार रात तीन बजे के करीब की थी। मां ने शनिवार रात को 8 बजे चोरी का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई की थी। कुछ देर बाद रुपये घर में मिल गए। इसके बाद भी मां नाराज थी। मां की इस हरकत से वह काफी आहत हुआ। फिर करीब सात घंटे बाद रात ढाई से तीन बजे के बीच पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से मां को गोली मार दी। उसने बयान में कहा कि बिना किसी गलती के ही उसकी पिटाई होती थी। वह मोबाइल पर अक्सर गेम और इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहता था, जिससे मां हमेशा नाराज रहती थी। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साधना की मौत तीन से सात दिन के अंदर की बताई गई है। रिपोर्ट में दाहिनी कनपटी से गोली प्रवेश कर बाईं तरफ से निकल गई। अधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई।
एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी के मुताबिक मंगलवार देर रात तक साधना की हत्या के आरोपी नाबालिग बेटे से पूछताछ की गई। आरोपी ने कहा कि शनिवार शाम को मां के दस हजार रुपये कहीं गायब हो गए थे। तलाशने में नहीं मिले तो उस पर चोरी का आरोप लगाते हुए पिटाई कर दी।
इसी बात से वह काफी नाराज था। रात करीब ढाई से तीन बजे के बीच नींद खुली तो उसने पिता की लाइसेंसी पिस्तौल आलमारी से निकाली, उसमें एक गोली लोड थी। उसने मां की दाहिनी कनपटी पर सटाकर गोली मार दी, जिसकी आवाज सुनकर बहन की नींद खुली तो उसे धमकाकर दूसरे कमरे में ले जाकर लिटा दिया।
गुस्से में हरदम मां कहती थी- तुझे जहर देकर मार दूंगी
आरोपी नाबालिग ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह मोबाइल पर पबजी गेम खेलता था, जिससे मां नाराज रहती थी। उसने कई बार मोबाइल से गेम भी डिलीट कर दिया था। लेकिन फिर से डाउनलोड कर लेता था।
कई बार मोबाइल मां ने छीना भी था। इसके अलावा दोस्तों के साथ खेलने घूमने पर भी उसे आपत्ति थी। अक्सर उसकी किसी न किसी बात पर पिटाई हो जाती थी। कभी स्कूल से शिकायत आने पर तो कभी कोई और कारण होता था।
कई बार मां ने गुस्से में कहा कि तुझे जहर देकर मार दूंगी। तुम्हारा गला घोंट दूंगी। यह सब सुनकर कई बार गुस्सा आता था। उसने कुबूल किया इसी कारण से वह घर से पांच से छह बार भागा था। इस दौरान कई बार उसके मन में खुदकुशी करने का भी ख्याल आया।
पिछले साल घर से साइकिल लेकर निकला था। सोचा था कि अब घर वापस नहीं आऊंगा। लेकिन काफी देर तक घर नहीं आया तो मां ने पुलिस को सूचना दी। देर रात को पीजीआई पुलिस ने आलमबाग से पकड़ लिया। उसे घर पहुंचा दिया था।