Ranchi/Patna. 50 करोड़ रुपए के देश के बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़े (डोरंडा ट्रेजरी से 139.35 करोड़ रुपए के गबन) मामले में लालू यादव दोषी करार दिए गए हैं। 5 दिन बाद 21 फरवरी को इस मामले में उनकी सजा का ऐलान होगा। इस दौरान लालू का ठिकाना एक बार फिर से RIMS का पेइंग वार्ड A-11 होगा।

लालू को दोषी करार होते ही RIMS प्रबंधन भी अलर्ट मोड में आ गया। आनन-फानन में पेइंग वार्ड के पहले तल्ले के कमरा नंबर A11 की सफाई कराई गई है। कमरे में लगे फ्रिज, टीवी, एसी, गीजर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की टेस्टिंग भी की गई है।

वार्ड के सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी सही कर लिए गए हैं।
वार्ड के सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी सही कर लिए गए हैं।

झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल RIMS में सबसे लंबे दिनों तक इलाज कराने वाले मरीजों में से एक लालू प्रसाद यादव शामिल हैं। लालू यादव RIMS में लगभग दो साल 2 महीने तक रहे थे। पिछले साल जनवरी 2021 में RIMS से AIMS रेफर किए गए थे।

इलाज के लिए होगा मेडिकल बोर्ड का गठन
RIMS के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिरन बिरुआ ने कहा कि लालू यादव कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू RIMS आते हैं तो उनके इलाज के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा। बोर्ड में कई विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक रहेंगे।

कुत्ते की आवाज और कोरोना के कारण बदला गया था लालू का वार्ड
पिछले साल RIMS में रहने के दौरान लालू यादव को RIMS के तीन अलग-अलग बिल्डिंगों में रखा गया था। उन्हें 29 अगस्त 2018 को RIMS के कॉर्डियोलॉजी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था। कॉर्डियोलॉजी विभाग में कुत्तों की आवाज से परेशान होने के बाद 5 सितंबर को इन्हें RIMS के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया था। 5 सितंबर को लालू यादव को पेइंग वार्ड में शिफ्ट कराया गया था। 5 अगस्त 2020 को RJD सुप्रीमो को पेइंग वार्ड में कोरोना संक्रमण के डर से RIMS के कैली बंगला में शिफ्ट कर दिया गया था।

RIMS के पेइंग वार्ड के लिए किया है 7 लाख रुपए तक का भुगतान
लालू यादव ने RIMS के पेइंग वार्ड में 6 सितंबर 2018 से 4 अगस्त 2020 तक के लिए 7 लाख से अधिक का किराया भुगतान किया गया था। RIMS के पेइंग वार्ड में इलाज के लिये प्रतिदिन 1 हजार रुपए देने होते हैं। सात लाख तक का भुगतान करने के बाद उन्हें RIMS के डायरेक्टर आवास कैली बंगला में शिफ्ट किया गया।

जनवरी 2021 में लालू को RIMS से AIMS रेफर किया गया था। (फाइल फोटो)
जनवरी 2021 में लालू को RIMS से AIMS रेफर किया गया था। (फाइल फोटो)

इन बीमारियों से हैं पीड़ित
लालू कई सारी बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिनमें सबसे बड़ी परेशानी उन्हें हुई टाइप-2 डायबटीज और ब्लड प्रेशर हैं। उनका इलाज करने वाले दोनों सीनियर डॉक्टरों के अनुसार, लालू प्रसाद 15 बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें सबसे बड़ी चिंता उनकी अनियंत्रित डायबिटीज है, जो पूरी तरह इंसुलिन पर निर्भर है। उन्हें किडनी की भी परेशानी है। उनके कई अंग 50 फीसदी ही कार्य करते पाए गए हैं।