प्रेम, आकर्षण, कला , सौंदर्य, सौभाग्य के कारक ग्रह शुक्र देव गुरु बृहस्पति की राशि धनु से मित्र ग्रह शनि देव की राशि मकर में फाल्गुन कृष्ण पक्ष द्वादशी 27 फरवरी 2022 दिन रविवार की सुबह 7:10 बजे से 1 अप्रैल 2022 दिन शुक्रवार की सुबह 9:50 बजे तक शुक्र मकर राशि मे रहेंगे। 
भारत पर प्रभाव :- स्वतंत्र भारत की कुण्डली वृष लग्न एवं कर्क राशि की है। लग्नेश- षष्टेष होकर नवम अर्थात भाग्य भाव मे जा रहे है। जहां पहले से ही स्वगृही शनि देव  एवं उच्च के होकर मंगल गोचर कर रहे है। इस प्रकार शुक्र के साथ शनि-मंगल का योग भी बन रहा है। जिसका संयुक्त प्रभाव भी भारतीय सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं आर्थिक व्यवस्था पर पड़ेगा।
 भारत के युवाओं की प्रतिभा निखरेगी। व्यापार के नए स्रोत, नई तकनीकी का विकास, कला क्षेत्र के लिए समय ठीक परंतु किसी कलाकार की दुर्घटना या क्षति भी संभावित अतः सतर्क रहें।  राष्ट्र में अंदर ही विरोधी तत्वों में वृद्धि रुकेगी। आम जन मानस का स्वास्थ्य तनाव दे सकता है। राष्ट्र अपना वर्चस्व बढ़ाने में सफल होगा।  विदेश से आर्थिक गतिविधियों के लिए समझौता। इस अवधि में महिलाओं के दृष्टिकोण से सतर्क रहने वाला होगा। अराजक तत्वों द्वारा गलत कार्य किया जा सकता है। बलात्कार ,धोखा एवं शोषण की घटनाओ में वृद्धि के संकेत । राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी घटना भी संभावित है। शुक्र के मकर राशि मे गोचर के प्रभाव को मेष से मीन तक जानेंगे।

मेष :- धनेश एवं सप्तमेश होकर दशम भाव में। धनागम, वाणी में तीव्रता भी सम्भव गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि पैर में चोट या दर्द, पेट की समस्या। प्रेम संबंध एवं जीवनसाथी से लाभ सम्मान एवं सरकारी लाभ की स्थिति पिता का सहयोग, सानिध्य व्यापारिक लाभ की स्थिति बनेगी।

उपाय :- गाय की सेवा करते रहें।

वृष  :- लग्नेश एवं रोगेश होकर भाग्य भाव में।
प्रतियोगिता में विजय व भाग्य का साथ प्राप्त होगा

पिता का सहयोग, सानिध्य प्राप्त होगा

पराक्रम एवं सम्मान में वृद्धि

चोट या स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे
नयी योजनाओं की शुरूआत हो सकती है।

आर्थिक गतिविधियों में सकारात्मक प्रगति
उपाय :- ओपल या हीरा रत्न धारण करें।

मिथुन :- व्ययेश-पंचमेश होकर अष्टम भाव में।

धनागम के स्रोत एवं पारिवारिक वृद्धि
संतान को लेकर थोड़ी चिन्ता संभव

पढ़ाई, अध्ययन-अध्यापन को लेकर चिन्ता

पेट व पैर में कष्ट सम्भव

परिवार में नया कार्य, अचानक खर्च वृद्धि
वाणी व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ

उपाय :- विधवा स्त्री एवं गाय की सेवा करें।

कर्क :- लाभेश एवं सुखेश होकर दाम्पत्य भाव में।
साझेदारी से लाभ, व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि

प्रेम संबंध एवं जीवनसाथी से तनाव के साथ लाभ

कलात्मक प्रकृति में वृद्धि

गृह एवं वाहन सुखों में वृद्धि की संभावना

मनोबल को संतुलित रखकर कार्य करें
माता के स्वास्थ्य एवं सानिध्य में वृद्धि

उपाय :- शनिवार को शिवलिंग पर शमी पत्र चढ़ाए।

सिंह :- राज्येश- पराक्रमेश होकर षष्ट भाव में।
पराक्रम एवं सम्मान में कमी महसूस होगी

कार्यो में अवरोध एवं परिश्रम में कमी या अवरोध
आंतरिक शत्रुओं में वृद्धि परंतु विजय होगी

अचानक धार्मिक या बड़ी यात्रा का योग

भाई बंधुओ मित्रो के कारण मन अप्रसन्न
एलर्जी स्किन या डस्ट से हो सकता है।

उपाय :- बहन बुआ का सम्मान करें। माँ दुर्गा की आराधना करें।

कन्या:- भाग्य एवं धन के कारक होकर पंचम भाव में।
आय एवं लाभ में वृद्धि की संभावना
संतान पक्ष से लाभ या सुसमाचार की स्थिति
अध्ययन अध्यापन में रुचि बढ़ेगी
पारिवारिक सुखों में सकारात्मक वृद्धि होगी
पैतृक सुखों में वृद्धि एवं भाग्य का साथ मिलेगा

प्रेम आकर्षण सौभाग्य में वृद्धि

उपाय :- मूल कुण्डली के अनुसार ओपल या हीरा रत्न धारण करें।

तुला :- लग्न एवं अष्टम का कारक होकर सुख भाव में।

पद प्रतिष्ठा एवं वर्चस्व में वृद्धि होगी

गृह एवं वाहन सहित सभी सुखों में वृद्धि

मनोबल उच्च एवं कार्य क्षमता में वृद्धि

मातृ एवं पितृ सुखों में वृद्धि की संभावना

सरकारी लाभ एवं नौकरी में दायित्व वृद्धि

सीने की तकलीफ कफ,सर्दी,एलर्जी एवं घबराहट

उपाय :- ओपल या हीरा रत्न मूल कुंडली के अनुसार धारण करें।

वृश्चिक :- व्ययेश एवं सप्तमेश होकर पराक्रम भाव में।
पराक्रम एवं सामाजिक दायरे में वृद्धि

जीवन साथी से लाभ की संभावना बनेगी

भाई बहनों मित्रो का सहयोग सानिध्य प्राप्त होगा

कार्यो में भाग्य का साथ प्राप्त होगा

साझेदारी में खर्च वृद्धि व लाभ की स्थिति बनेगी

दैनिक आय एवं रोजगार में प्रगति

उपाय :- माँ दुर्गा का पूजा उपासना करते रहे।

धनु  :- रोगेश एवं लाभेश होकर धन भाव में।
धन वृद्धि के नये अवसर प्राप्त होंगे

परिवार में सकारात्मक प्रगति की स्थिति

वाणी व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ

राजनैतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ

पेट व पैर की समस्याओं में वृद्धि
व्यापारिक विस्तार का भी योग अच्छा बनेगा

उपाय :- गाय की सेवा करते रहे।

मकर :- राज्येश एवं पंचमेश होकर लग्न भाव में।
व्यक्तित्व, आकर्षण में अच्छी वृद्धि होगी

दाम्पत्य जीवन एवं प्रेम संबंधों मे प्रगति

संतान की प्रगति से मन प्रसन्न रहेगा

कार्य क्षमता, सामाजिक पद व प्रतिष्ठा में वृद्धि

अध्ययन अध्यापन एवं बौद्धिक क्षमता में वृद्धि
मन मे सकारात्मक विचार एवं समझ बढ़ेगी

उपाय :- ओपल या हीरा धारण करना लाभदायक होगा।

कुम्भ :- सुखेश एवं भाग्येश होकर व्यय भाव में।
सुख के साधनों पर खर्च बढ़ेगा

रोग, कर्ज एवं शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगा

प्रतियोगिता में विजय की स्थिति बनेगी

माता के स्वास्थ्य के प्रति चिन्ता बना रहेगा

जमीन जायदाद एवं वाहन पर खर्च बढ़ेगा

व्यापारिक या धार्मिक यात्रा का पूर्ण संयोग

उपाय :- माता दुर्गा की आराधना करते रहें।

मीन :- पराक्रमेश एवं अष्टमेश होकर आय भाव में।
व्यापार एवं व्यापारिक गतिविधियों में प्रगति

संतान को लेकर चिन्ता की स्थिति बनेगा

पराक्रम एवं सामाजिक दायरे में वृद्धि
अध्ययन अध्यापन को लेकर थोड़ी चिंता

सुख एवं सुख के साधनों पर खर्च
जीवन साथी एवं प्रेम संबंधों में प्रगति

उपाय :- माँ दुर्गा के मंदिर में सफेद मिष्ठान चढ़ाये।