कहा- जनसंख्या नियंत्रण में एक वर्ग की आबादी बढ़ रही है, एक की कम, ये कैसा असंतुलन ?
लखनऊ। विश्व जनसंख्या दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर जनसंख्या स्थिरता पखावाड़े का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश ने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में पहले की तुलना में अपने रिकार्ड को काफी अच्छा किया है। उन्होंने कहा कि हमको इस सफलता पर खुश होने की जरूरत नहीं है। हमें इसको और भी बेहतर करने की जरूरत है। सरकार ने स्वास्थ्य के साथ ही बाल तथा महिला कल्याण विभाग को काफी समृद्ध किया है। बच्चों तथा माता को भी पुष्टाहार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही हम जनसंख्या को स्थिर करने के भी बड़े अभियान में तेजी से लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मस्तिष्क ज्वर से होने वाली मौतों को 95% नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है।सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होने के बावजूद उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। जनसंख्या नियंत्रण में आशा बहनें, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियां, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत समिति समेत अन्य प्रतिनिधिगण, शिक्षकगण इस कार्यक्रम को स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर और बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं। इस दिशा में सामूहिक प्रयास होना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश में आबादी की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश है। जब हम परिवार नियोजन/जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं तो हमें ध्यान में रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा होने पाए। स्किल्ड मैनपावर अगर हमारे पास है तो समाज के लिए उपलब्धि होती है, लेकिन जहां बीमारी, अव्यवस्था हो, पर्याप्त संसाधनों का अभाव हो, वहां जनसंख्या विस्फोट अपने आप में एक चुनौती भी होती है। हम सभी जानते हैं कि जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में व्यापक जागरूकता के कार्यक्रम विगत 05 दशकों से देश में चल रहे हैं।
एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि भी है, लेकिन यह उपलब्धि तभी है जब समाज स्वस्थ व आरोग्यता की स्थिति को प्राप्त कर सके। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर मैं समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं।