वडोदरा I गुजरात के वडोदरा की क्षमा बिंदु 11 जून को होने वाले एकल विवाह का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के बाद अब वडोदरा की पूर्व डिप्टी मेयर व भाजपा नेता सुनीता शुक्ला ने भी इस पर ऐतराज जताया है। शुक्ला ने कहा कि हिंदुत्व में इसकी इजाजत नहीं है। इससे हिंदुओं की आबादी कम होगी।
24 साल की क्षमा बिंदु ने एलान किया है कि वह वडोदरा के हरिहरेश्वर मंदिर में 11 जून को खुद से शादी करेगी। इसका विरोध करते हुए सुनीता शुक्ला ने कहा है कि यह एकल विवाह कनाडाई वेब सीरिज ‘एनी विद ई’ से प्रेरित है। शुक्ला ने कहा कि एकल शादियां हिंदू धर्म के खिलाफ है और इससे हिंदुओं की आबादी कम होगी। मैं मंदिर में ऐसी शादी के भी खिलाफ हूं। उसे किसी मंदिर में शादी नहीं करने दी जाएगी।
भाजपा नेत्री से पहले महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने एकल शादी या खुद से शादी को पागलपन की हद बताया था। देवड़ा ने कहा कि उम्मीद है कि यह पागलपन भारत से दूर रहेगा। उनकी इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया में जमकर प्रतिक्रिया हुई थी। सुनीता शुक्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं मंदिर में एकल विवाह के खिलाफ हूं। उसे किसी भी मंदिर में खुद से शादी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी शादियां हिंदू धर्म के खिलाफ हैं। इससे हिंदुओं की आबादी कम होगी।’
निजी कंपनी में काम करने वाली क्षमा बिंदु 11 जून को ब्याह रचाने जा रही है। वह अपनी शादी की तैयारी में धूमधाम से जुटी है। एक अंग्रेजी अखबार से चर्चा में क्षमा बिंदु ने अपनी एकल शादी के फैसले, उसकी तैयारियों से लेकर हनीमून तक सब बिंदुओं पर खुलासा किया। वह बाकायदा अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेगी और अपनी मांग में खुद सिंदूर भरेगी। देश में एकल शादी का यह संभवत: पहला मामला है।
इसलिए किया एकल शादी का निर्णय
क्षमा बिंदु ने कहा कि वह कभी भी शादी नहीं करना चाहती थी, मगर दुल्हन बनने का सपना था, इसलिए उसने खुद से शादी का फैसला किया। जब निर्णय किया तो सवाल आया कि क्या देश में ऐसी शादी पहले कभी हुई है? इस पर बिंदु ने ऑनलाइन सर्च किया। खूब तलाश करने पर भी बिंदु को ऐसा कोई केस नहीं मिला। क्षमा ने कहा कि वह सोलो या एकल विवाह करने वाली देश की संभवत: पहली लड़की होगी।
देश में मिसाल बनेगी शादी, पार्लर, ज्वेलरी सब बुक
यह शादी देश में मिसाल बनेगी। क्षमा ने बताया कि शादी के लिए उसने महंगा लहंगा खरीदा है और पार्लर से लेकर ज्वेलरी तक सब का इंतजाम कर लिया है। क्षमा ने इस तरह की शादी के अपने मकसद का भी विस्तार से खुलासा किया। उसने कहा कि खुद से खुद की शादी करना स्वयं से बिना शर्त प्यार होने का संदेश है। यह आत्म-स्वीकृति है। आमतौर पर लोग जिससे प्यार करते हैं, उससे शादी करते हैं, लेकिन वह खुद से प्यार करती है, इसलिए खुद से शादी करने जा रही है। इसे समाज के कुछ लोग अप्रासंगिक मान सकते हैं, लेकिन मैं यह संदेश देना चाहती हूं कि महिला होना मायने रखता है।