जानिए किन पाबंदियों का होगा सामना..

नई दिल्ली। कोरोना की वजह से एक साल के अंतराल के बाद होने वाली हज की यात्रा आसान नहीं रहने वाली है. सऊदी अरब सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत अबकी बार केवल 18 से 60 साल के ज़ायरीन ही हज जा पाएंगे. यही नहीं जो छह महीने से किसी रोग से ग्रसित न हों, पूरी तरह से स्वस्थ व्यक्ति ही हज जा पाएगा.

कोरोना के आगमन के साथ वर्ष 2020 में हज की यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. लेकिन अब वैक्सीन के आने और दुनिया के अनेक देशों में इसका असर कम होने के बाद सऊदी अरब ने वर्ष 2021 के लिए सशर्त हज का ऐलान किया है. देश में करीब 4 हजार ज़ायरीन की हज की यात्रा कर पाएंगे. इसमें ऐसे लोग शामिल नहीं हो पाएंगे, जो अधिक बीमार और अस्पताल में भर्ती न रहे हों. सऊदी अरब रवाना होने से पहले कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेना जरूरी है. यही नहीं जायरिनों को मेडिकल सर्टिफिकेट भी देना होगा.

हज की अनुमति मिलने से पहले की जद्दोजहद यात्रा शुरू होने के बाद भी जारी रहेगी. जायरिनों के लिए कायदे लागू किए गए हैं. हाजियों को अपना सामान खुद उठाना होगा. दो मीटर की दूरी की पालना करनी होगी. सऊदी अरब पहुंचने पर हाजियों की कोरोना टेस्टिंग होगी. इसके बाद उन्हें 3 दिन क्वारेंटाइन में रहना होगा. इसके बाद सऊदी सरकार द्वारा तय की गई बिल्डिंग होटल में ही ठहरना होगा.

छत्तीसगढ़ के लिए कोटा का इंतजार

छत्तीसगढ़ से वर्ष 2019 में करीबन 400 लोग हज की यात्रा पर गए थे. इसके बाद कोरोना संक्रमण को देखते हुए वर्ष 2020 में यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. इस साल हज की अनुमति मिलने की संभावना में नवंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 के बीच 327 आवेदन प्राप्त हुए हैं. कोटा मिलने के बाद गाइडलाइन के हिसाब से आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की जाएगी.