केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहली बार सीमांचल दौरे पर किशनगंज पहुंच रहे हैं। 23 और 24 सितंबर को उनके आगमन को लेकर गुरुवार दिन भर पूरा पुलिस और प्रशासनिक अमला सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा रहा। गृह मंत्री के सुरक्षा को लेकर दिल्ली से पहुंचे सुरक्षा अधिकारियों ने लोकल पुलिस के साथ हवाई अड्डा से एमजीएम गेस्ट हाउस और बूढ़ी काली मंदिर में उनके आगमन-प्रस्थान का पूर्वाभ्यास किया। दर्जनों गाड़ियों के काफिला के साथ सायरन बजाते हुए सुरक्षा का पूर्वाभ्यास किया गया।

इस दौरान केंद्रीय सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ जिले के एसपी इनामुल हक मेंगनू, एसडीपीओ अनवर जावेद, डीएसपी मुख्यालय अजीत प्रताप सिंह चौहान, इंस्पेक्टर सतीश कुमार हिमांशु, थानाध्यक्ष सुमन सिंह भी मौजूद रहे। एसपी के साथ केंद्रीय अधिकारी इस बात पर  मंथन करते दिखे कि हवाई अड्डा पर उतरने के बाद गृह मंत्री के काफिले में सुरक्षा में शामिल कौन सी गाड़ी कहां रहेगी. इसके बाद दोनों तरफ की सड़कों पर ट्रैफिक रोककर सुरक्षा दस्ते की गाड़ियों और एम्बुलेंस के साथ रिहर्सल किया गया।

बूढ़ी काली मंदिर में अमित शाह की पूजा-अर्चना के दौरान कड़ी सुरक्षा

हवाई अड्डा से एमजीएम गेस्ट हाउस तक रिहर्सल के बाद केंद्रीय टीम का काफिला बूढ़ी काली मंदिर पहुंचा। सबसे पहले मंदिर के मुख्य द्वार का जायजा लिया गया। फिर एक गाड़ी को अंदर ले जाकर पूर्वाभ्यास किया गया कि गृहमंत्री की गाड़ी को कहां रोकना है, उन्हें कैसे उतारना है और मंदिर के अंदर किस सीढ़ी से होकर जाना है। सुरक्षा अधिकारियों ने मंदिर कमिटी के सदस्यों से भी जानकारी ली। काली मंदिर के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद कुछ अधिकारी मंदिर में गए। वहां पुजारी से जानकारी ली गई कि गृहमंत्री को पूजा के लिए कहां पर बैठना है और पुजारी कहां बैठेंगे।

मंदिर के अंदर का जायजा लेने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने मंदिर कमिटी के सदस्यों को बताया कि जहां गृहमंत्री बैठेंगे वहां सिर के ऊपर कुछ नहीं होना चाहिए। मंदिर में लगे घंटा और रोशनी के लिए लगे बल्ब को भी सुरक्षा अधिकारियों ने साइड करने को कहा ताकि पूजा के दौरान गृहमंत्री के सिर के ऊपर घंटा या बल्ब न रहे।

सुरक्षा अधिकारियों ने मंदिर कमिटी के सदस्यों का परिचय पत्र भी बनवाने को कहा। मंदिर कमिटी के तीन सदस्य ही गृहमंत्री को जानकारी देने के लिए उनके नजदीक रहेंगे। बाकी सदस्य बगल में बने पंडाल में जमा होंगे। इस दौरान स्थानीय डीएसपी अजीत प्रताप सिंह चौहान भी साथ थे। सुरक्षा जायजा लेने के बाद केंद्रीय सुरक्षा अधिकारी मंदिर से वापस लौट गए और अधिकारियों से कहा कि रात आठ बजे दोबारा आकर इसे फाइनल रूप दिया जाएगा।