नईदिल्ली I भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (AQIS) ने दिल्ली सहित भारत के कई राज्यों पर हमले की धमकी दी है। न्यूज चैनल पर बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणी पर उठे विवाद के बीच आतंकी संगठन ने हमले की धमकी देते हुए एक विज्ञप्ति जारी की है। इसमें कहा गया है, हम उन लोगों को मार देंगे जो हमारे पैगंबर का अपमान करते हैं और हम अपने शरीर और अपने बच्चों के शरीर के साथ विस्फोटक बांधेंगे ताकि उन लोगों को उड़ा सकें जो हमारे पैगंबर का अपमान करने की हिम्मत करते हैं। उन्हें कोई माफी या क्षमादान नहीं मिलेगा, कोई शांति और सुरक्षा उन्हें नहीं बचाएगी।

अलकायदा की गीदड़भभकी 
अलकायदा ने कहा, भगवा आतंकवादियों को अब दिल्ली, बॉम्बे, यूपी और गुजरात में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए। उन्हें न तो अपने घरों में और न ही अपनी गढ़वाली सेना की छावनियों में शरण मिलेगी। अगर हम अपने प्रिय पैगंबर का बदला नहीं लेते हैं तो हमारी माताएं हमें शोक से दूर करें।

एक्यूआईएस की नजरें भारत पर
दरअसल, अलकायदा के सहायक और अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी गिरोह एक्यूआईएस की नजरें भारत पर हैं। संयुक्त राष्ट्र ने अपनी ताजा रिपोर्ट में चेताते हुए बताया था एक्यूआईएस ने मार्च 2020 में अपनी पत्रिका का नाम ‘नवा-ए-अफगान जिहाद’ से ‘नवा-ए-गजवा-ए-हिंद’ कर दिया था। इससे आतंकी गुट के भारत में गतिविधियां बढ़ाने का संकेत मिलता है।

यूएन की प्रतिबंध निगरानी व विश्लेषण टीम की 13वीं रिपोर्ट के अनुसार, एक्यूआईएस अफगानिस्तान में बिना शोर-शराबे आतंकी गतिविधियों में जुटा है। इसके पास 180 से 400 आतंकी हैं। इनमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान के नागरिक भी हैं। यह आतंकी गुट गजनी, हेलमंद, कंधार, निमरुज, पकतिका, जबुल राज्यों में हैं। अक्तूबर 2015 में अमेरिका व अफगानिस्तान के कंधार में संयुक्त ऑपरेशन के बाद वे कमजोर तो हुए, लेकिन खत्म नहीं। अब वित्तीय मदद ने मिलने से भी उनकी मुश्किलें बढ़ी हैं। इसलिए वह आक्रामक रुख नहीं दिखा पा रहे।

कट्टरपंथी सोच का प्रतीक है गजवा-ए-हिंद
पत्रिका के नाम में जोड़ा गया गजवा-ए-हिंद आतंकियों व कट्टरपंथी समूहों की भारत के प्रति आक्रामक सोच दर्शाता है। इस्लामी कट्टरपंथी समूहों की मान्यता है कि भारतीय उपमहाद्वीप में मुसलमानों और गैर-मुसलमानों के बीच एक बड़ा युद्ध होगा। इसमें मुसलमान जीतेंगे और पूरे उपमहाद्वीप पर कब्जा करेंगे। पाकिस्तान में अधिकतर आतंकी सरगना और धार्मिक नेता गजवा-ए-हिंद का हवाला देकर मुसलमानों को भारत के खिलाफ आतंकी हमलों में इस्तेमाल करने की कोशिश में लगे रहते हैं।