इंदौर। यहां के कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि बूस्टर डोज नहीं लगवाने वाले शासकीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा। इंदौर सीएमएचओ बीएस सेतिया ने पत्र लिख कर इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
इंदौर में बूस्टर डोज पर जिला प्रशासन ने कड़े तेवर अपनाए हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने चेतावनी दी है कि बूस्टर डोज नहीं लगवाने वाले शासकीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा। वहीं बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य ना पूरा करनेवाले शासकीय और निजी स्कूलों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिया है कि ड्यू हो चुके डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ जल्द से जल्द बूस्टर डोज लगवा लें। दरअसल जिला प्रशासन फ्रंट लाइन वर्करों को बूस्टर डोज लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है। उसके बावजूद कई शासकीय कर्मचारियों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लगवाए हैं।
बूस्टर डोज लगवाने में इंदौर पिछड़ा
इंदौर सीएमएचओ बीएस सेतिया ने एक सप्ताह पहले पत्र लिखकर सभी फ्रंटलाइन वर्करों को बूस्टर डोज लगाने के निर्देश दिए थे। दरअसल इंदौर जिला बूस्टर डोज लगवाने में पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है। आखिराकर कलेक्टर मनीष सिंह को आज सख्त निर्देश जारी करना पड़ा। वहीं 15 से 17 वर्ष के बच्चों को वैक्सीनेशन में जिन स्कूलों ने लक्ष्य पूरा नहीं किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है।
बूस्टर डोज पर कलेक्टर ने कहा है कि अगर निर्देश का पालन नहीं किया गया तो शासकीय कर्मचारियों का वेतन रोक दिया जाएगा। कलेक्टर मनीष सिंह की तरफ से जारी किए गए फरमान के बाद देखना है शासकीय कर्मचारियों का शत-प्रतिशत बूस्टर डोज कब तक पूरा हो पाता है। आपको बता दें कि कोरोनावायरस के हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर में जिला प्रशासन काफी सख्त नजर आ रहा है।