राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में बुधवार को कोरोना से मृत शवों को कचरा वाहन से ले जाया गया. शवों को एम्बुलेंस भी नहीं मिला था. इससे से प्रशासन की बदइंतजामी और लापरवाही उजागर हुई थी. अब राजनांदगांव से बीजेपी के लोकसभा सांसद संतोष पांडेय ने इस घटना की निंदा की है. सांसद ने कहा कि यह घटना निंदनीय है. सरकार की इससे पोल खुलती है. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से मुकर नहीं सकती है.
लोकसभा सांसद संतोष पांडेय का कहना है कि डोंगरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन लोगों की मौत हो गई. कोरोना से मरने के बाद शवों को कचरा फेंकने वाले वाहन से मुक्तिधाम तक ले जाया गया. यह निंदनीय है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार शवों को एम्बुलेंस में भेजने की व्यवस्था नहीं कर पा रही है. सरकार अपने कर्तव्यों से भाग रही है. यह स्थिति ठीक नहीं है. सरकार की इससे पोल खुलती है. सरकार अपनी जिम्मेदारियों से मुकर नहीं सकती है. सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में विफल है.
कोविड सेंटर से निकली चार लाशें
14 अप्रैल को जिला मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर डोंगरगांव कोविड केयर सेंटर से शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई थी. दो सगी बहनों समेत 4 लोगों की ऑक्सीजन की कमी के चलते कोरोना से जान गवानी पड़ी थी. सभी मरीज एक दिन पहले ही कोरोना से संक्रमित हुए थे. घटना के बाद से डोंगरगांव ब्लॉक में कोहराम मचा हुआ है.
‘कचरा वाहन’ से ले जाया गया शव
कोरोना से मृत शवों को नगर पंचायत के कचरा फेंकने वाले वाहन से मुक्तिधाम ले जाया गया. मरने के बाद भी उन्हें एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हुआ. इन तस्वीरों को देखकर सरकार-प्रशासन की बदइंतजामी और लापरवाही देखने को मिला. जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को इनके शवों के अंतिम संस्कार के लिए शव वाहन से मुक्तिधाम तक ले जाना था. लेकिन शवों को नगर पंचायत के कचरा उठाने वाले वाहन से मुक्तिधान ले जाया गया.
घटना की चौतरफा हो रही निंदा
इस घटना की चौतरफा निंदा हो रही है. प्रशासन ने शवों के वाहन की व्यवस्था नहीं की, इस पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. वही इस मामले में जवाब मांगने पर अधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं. इस तरह अपनी जिम्मेदारी से अधिकारी मुंह मोड़ रहे हैं.