- निवेश का पैसा पाने लगी लम्बी कतार, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं किया गया पालन
कोरबा। चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले लोग शहर से लेकर गांव तक फैले हुए हैं। अब पैसा पाने की उम्मीद से आवेदन करने कलेक्टोरेट के साथ ही तहसीलों में भीड़ उमड़ रही है। कई स्थानों पर तो कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन नहीं हो रहा है। आवेदन भरने में ही एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा है। दूसरी ओर कई छोटे निवेशक तो आवेदन करने ही नहीं आ रहे हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 6 अगस्त है।
चिटफंड कंपनी सांई प्रसाद में ही सबसे अधिक लोगों ने निवेश किया है। हरदीबाजार तहसील में तो एक ही दिन में 400 से अधिक आवेदन जमा किए गए। पहले कलेक्टोरेट के साथ ही एसडीएम कार्यालय में आवेदन जमा करने का स्थल निर्धारित था। लेकिन भीड़ को देखते हुए तहसीलों में भी आवेदन जमा करने की सुविधा दी गई है। हर गांव में 15 से 20 लोग चिटफंड कंपनियों में निवेश करने मिल जाएंगे। कलेक्टोरेट के लोक सेवा केन्द्र में आवेदन जमा करने की सुविधा दी गई है। लोगों के साथ ही वाहनों की कतार भी देखने को मिल रही है। अंतिम तिथि के बाद ही पता चलेगा कि कितने लोगों ने आवेदन जमा किए हैं। जिले में लगभग 500 करोड़ रुपए का निवेश होने का अनुमान है, लेकिन शिकायतें काफी कम हैं। इस वजह से राशि का वास्तविक आंकड़ा सामने नहीं आ पा रहा है।
हरदीबाजार तहसील में लोगों की भीड़ को देखते हुए नायब तहसीलदार प्रांजल मिश्रा ने टोकन जारी करवाकर आवेदन जमा करवाया। मिश्रा ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करने लोगों को समझाइश दी गई। ग्रामीणों को जागरूक किया।