कोरोना संदिग्धों की पहचान कर दवाई किट वितरण से कोरोना संक्रमितों की संख्या में आई कमी…
कोरबा| कोरोना महामारी के दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमण पूरे देश भर में बहुत तेजी से अपने पैर पसारे। कोरोना संक्रमण के इस घातक रूप से लोगो को कठिन और विपरित परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। छत्तीसगढ़ सहित कोरबा जिले में भी तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा सजग और गंभीर होकर संक्रमण को रोकने का प्रयास किया गया। कोरोना संक्रमण को रोकने कोरोना संदिग्ध लोगों की पहचान कर तत्काल उन्हें दवाई का किट वितरण किया गया। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों से दूसरे लोगों में संक्रमण को रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए सभी लोगों का कोरोना जांच किया गया। कोरबा जिले में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल 2021 से अभी तक एक लाख 68 हजार 237 लोगों का कोविड जांच किया जा चुका है। रोजाना दो हजार से अधिक लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा है। जांच में संक्रमित पाए जाने पर मरीज को उनकी स्वास्थ्य स्थिति अनुसार होम आईसोलेशन या अस्पताल में भर्ती कराकर ईलाज किया जा रहा है। अधिक संख्या में कोरोना जांच करके कोविड संदिग्धों का पता लगाकर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पिछले दस दिनों में औसत दो हजार 700 से अधिक लोगों का कोरोना जांच किया गया है। सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान 30 मार्च 2021 से अभी तक कुल एक लाख 68 हजार 237 लोगों का कोरोना जांच किया गया है। इस दौरान किए गए कोरोना जांच निर्धारित लक्ष्य से अधिक 171 प्रतिशत रहा है। कोरोना की दूसरी लहर की इस अवधि में सबसे अधिक कोविड जांच कोरबा नगर निगम में किया गया। नगर निगम में इस दौरान 48 हजार 992 लोगों का कोविड टेस्ट किया गया। विकासखण्ड कटघोरा में इस दौरान 42 हजार 736, पाली में 21 हजार 647, करतला में 19 हजार 193, पोड़ी-उपरोड़ा में 19 हजार 040 एवं विकासखण्ड कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में 16 हजार 629 लोगों का कोरोना जांच किया गया। कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का लगातार काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग करके कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों का कोविड टेस्ट किया जा रहा है। संदिग्ध लोगों को शुरूआती चरण में ही कोरोना से बचाव के लिए प्रोफाइलेक्सिस दवाईयों का किट दिए जाने कारण कोरोना का संक्रमण दूसरे लोगों में नहीं फैल रहा है। एक्टिव सर्विलेंस टीम के द्वारा लगातार घर-घर जाकर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों के बारे में भी जानकारी दिए जा रहे हैं जिसके कारण जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है।