नई दिल्ली। कोरोना के बाढ़ते मामलों को देखते हुए ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने 14 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। राज्य में 5 मई से लेकर 19 मई तक लॉकडाउन रहेगा। लोगों को सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करना होगा।
मुख्य सचिव एससी मोहपात्रा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सप्ताहांत को छोड़कर सभी अन्य दिनों में जरूरी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। आदेश में कहा गया है, “पांच मई (बुधवार) 2021 की सुबह पांच बजे से 19 मई (बुधवार) 2021 तक पूरे राज्य में लॉकडाउन रहेगा।” आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि लोगों को सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे के बीच उनके घरों के 500 मीटर के दायरे में जरूरी चीजे खरीदने की इजाजत दी जाएगी। सप्ताहांत के दौरान, वे सिर्फ चिकित्सीय सेवा के लिए ही घर से निकल सकेंगे।
आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन और सप्ताहांत बंद किसी भी चुनाव संबंधी कार्य पर लागू नहीं होगा जैसे पिपिली विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने में शामिल कर्मियों की आवाजाही।
आपको बता दें कि देश में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 3,689 मरीजों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,15,542 हो गई है। वहीं 3,92,488 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,95,57,457 हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार तक के आंकड़ों में यह जानकारी मिली है।
सुबह आठ बजे तक के इन आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का अब भी इलाज करा रहे लोगों की संख्या 33 लाख के पार चली गई है।
लगातार तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच, इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 33,49,644 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.13 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर और गिरकर 81.77 प्रतिशत हो गई है। बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 1,59,92,271 हो गई है जबकि इससे मृत्यु दर भी घटकर 1.10 प्रतिशत हो गई है।
देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। वहीं कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी। इसके बाद 28 सितंबर को कोविड-19 के मामले 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख, 19 दिसंबर को एक करोड़ और 19 अप्रैल को कोविड-19 के मामले 1.5 करोड़ से अधिक हो गए थे।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक एक मई तक 29,01,42,339 नमूनों की जांच की गई है जिनमें से 18,04,954 नमूनों की शनिवार को जांच की गई।
मौत के नये मामलों में, सर्वाधिक 802 मौत महाराष्ट्र में, दिल्ली में 412, उत्तर प्रदेश में 304, कर्नाटक में 271, छत्तीसगढ़ में 229, गुजरात में 172, झारखंड में 169, राजस्थान में 160, तमिलनाडु में 147, पंजाब में 138, हरियाणा में 125, उत्तराखंड में 107, पश्चिम बंगाल में 103 और मध्य प्रदेश में 102 लोगों की मौत हो गई।
देश में अबतक हुई कुल 2,15,542 मौत में से 69,615 महाराष्ट्र में, 15,794 दिल्ली में, 15,794 लोगों की कर्नाटक में, 14,193 की तमिलनाडु में, 12,874 उत्तर प्रदेश में, 11,447 लोगों की पश्चिम बंगाल में, 9,160 की पंजाब में, 8,810 लोगों की छत्तीसगढ़ में मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौत अन्य गंभीर बीमारियों के कारण हुई है।