छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी डी पुरंदेश्वरी का बड़ा बयान

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीजेपी अभी से मिशन 2023 के लिए जुट गई है. लेकिन प्रदेश में इस बार सीएम का चेहरा किसका होगा. यह तय नहीं है. दरअसल छत्तीसगढ़ बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने आज रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि छत्तीसगढ़ में किसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा ? इस सवाल के जवाब में डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि हम राज्य में अगले चुनाव में विकास के मुद्दे पर जाएंगे. सरकार बनने पर पार्टी चेहरा तय करेगी.

छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहे हैं. पार्टी अभी तक उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ती आई है. पिछले बार भी उन्हीं की पोस्टर के जरिए चुनाव लड़ा गया, लेकिन पार्टी को करारी हार मिली. ऐसे में क्या बीजेपी रमन सिंह को दोबारा सीएम का उम्मीदवार बनाएगी. यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने इस पर बयान देकर सभी को चौंका दिया है. बीजेपी किसी के चेहरे पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी.

कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के लिए बताया दुर्भाग्यजनक

डी पुरंदेश्वरी के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पुरंदेश्वरी का बयान राज्य के बीजेपी नेताओं पर सवालियां निशान खड़े किए हैं. राज्य के बीजेपी नेताओं के लिए दुर्भाग्यजनक और अपमानजनक है. बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ में किसी नेता को इस योग्य मानता ही नहीं है, कि उसे कमान दे या फिर मंत्री बनाया जाए. डी पुरंदेश्वरी का प्रदेश के नेताओं पर आविश्वास बहुत ही दुख और चिंता का विषय है. बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के छत्तीसगढ़ के प्रति नजरिए को स्पष्ट उजागार करता है.

डी पुरंदेश्वरी ने इन मुद्दों पर भी सरकार पर साधा निशाना

प्रेस कांफ्रेंस में छत्तीसगढ़ बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जो खुद अपने पार्टी के सहयोगी के साथ न्याय नहीं कर सकते, वह दूसरों के साथ कैसे न्याय कर पाएंगे. पी.एल. पुनिया ने कहा था ढाई साल बाद नेतृत्व बदलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि चुनाव के दौरान युवाओं को रोज़गार देने का वादा किया था, लेकिन भूपेश सरकार ने वादाखिलाफ़ी की. युवाओं को रोज़गार नहीं दिया. गरीबों के साथ भूपेश सरकार ने धोखा किया.