रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार थमने के बाद फिर बढ़ने लगी है. गुरुवार को प्रदेश में 346 नए मरीजों की पहचान की गई है. दूसरी ओर 3 मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई. राहत की बात यह रही कि बीते 24 घंटे में 446 मरीज इस वायरस को मात देकर घर लौटे हैं.
छत्तीसगढ़ में अब तक 9 लाख 78 हजार 654 मरीज स्वस्थ हुए हैं. प्रदेश में अब तक 13 हजार 467 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है. नए मरीज मिलने और डिस्चार्ज होने के बाद अब सक्रिय मरीजों की संख्या 4 हजार 914 हो गई है. प्रदेश में आज कुल 33 हजार 948 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ. प्रदेश में औसत पॉजिटिव दर 1 प्रतिशत हो गया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत राज्य के 8 जिला अस्पतालों में ‘जीवन धारा’ नाम से निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है. किडनी रोगों से ग्रस्त मरीजों को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है. इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है. स्थानीय स्तर पर ही डायलिसिस की सुविधा मिलने से किडनी रोगों से पीड़ितों को अब दूर नहीं जाना पड़ रहा है. इससे मरीजों और उनके परिजनों के श्रम, धन और समय की भी बचत हो रही है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के 6 जिलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, महासमुंद और बीजापुर में वर्ष 2020 से ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है. इस साल जून में जशपुर और सरगुजा में भी यह सुविधा शुरू कर दी गई है. इस तरह प्रदेश में निःशुल्क डायलिसिस केन्द्रों की संख्या अब 8 हो गई है. डायलिसिस के लिए जशपुर में पांच और अंबिकापुर में चार मशीनों की स्थापना की गई है. ये 9 मशीनें फेयर फैक्स संस्था के डॉ. हिमांशु दवे के माध्यम से आई.सी.आई.सी.आई. बैंक द्वारा प्रदान की गई हैं.
राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत अब तक 8 जिला अस्पतालों में कुल 12 हजार 933 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं. इनमें से दुर्ग जिले में 3499, कांकेर में 2606, कोरबा में 1793, बिलासपुर में 1864, महासमुंद में 2370, बीजापुर में 776, सरगुजा में 14 एवं जशपुर में 11 सेशन किए गए हैं.