मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रज्वल्ल बुधनी का केंद्र बिंदु छीपानेर इस समय रेत माफियाओं का गढ़ बना हुआ है। यहाँ पर्यटकों को छोड़कर हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फटकार के बाद भी सीहोर जिला प्रशासन छीपानेर में अवैध उत्खनन करने वाले माफियाओं को रोक नहीं पा रहा है। आज भी देवास जिले का रेत माफिया बैखोफ होकर दिन रात छीपानेर की अवैध खदान पर नर्मदा नदी से रेत का उत्खनन कर रहा है। छीपानेर क्षेत्र भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनाथ भाटी का प्रभाव क्षेत्र है। दोनों ही नेता छीपानेर से कुछ ही दूरी पर रहते है। इसके बावजूद प्रशासन के साथ ही ये दोनों नेता भी देवास जिले के रेत माफियाओं को रोक पाने में नाकाम रहे है। प्रशासन दो बार देवास और सीहोर जिले की सीमा पर रेतमाफियों द्वारा बनाये गए अवैध पुल को तोड़ चुका है, जिससे रेत माफिया सीहोर जिले से अवैध रेत देवास न ले जा सके । सूत्रों की मानें, तो क्षेत्रीय नेताओं ने सीएम हाउस में एक अधिकारी को गुमराह कर जिला प्रशासन पर पुल को दोबारा बनाने का दवाब डाला। इसके बाद अज्ञात लोगो ने नदी पर पुल का निर्माण कर लिया। इस पुल के सहारे देवास का रेत माफिया छीपानेर से रेत का परिवहन कर रहा है। क्षेत्रियों लोगो ने छीपानेर में हो रहे अवैध उत्खनन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नसरुल्लागंज प्रवास के दौरान ज्ञापन भी सौपा था।
अब देखना यह होगा, कि सीहोर जिले में रेत के परिवहन की धरपकड़ कर रहा प्रशासन छीपानेर की अवैध खदान की ओर कब रुख करेगा।