नईदिल्ली I अग्निपथ योजना के तहत तीनों सेनाओं में अग्निवीर भर्ती की प्रक्रिया जल्द शु्रू होगी। अग्निवीरों की भर्तियां कब शुरू होंगी और इस साल पहला बैच ट्रेनिंग के लिए कब जाएगा इस संबंध में आज तीनों सेनाओं ने अपना प्लान मीडिया के सामने रखा। अग्निपथ योजना लेकिर देशभर में हो रहे विरोध को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने रविवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में तीनों सेनाओं के आला अफसरों ने योजना को लेकर उठ रहे तमाम सवालों का भी जवाब दिया।
वायुसेना में कब से शुरू होगी Agniveer भर्ती ?
एयर मार्शल एसके झा ने बताया कि पहले बैच के अग्निवीर भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 24 जून 2022 से शुरू होगी। इस बैच के लिए फेज-1 की ऑनलाइन परीक्षा 24 जुलाई से शुरू होगी। वहीं पहले बैच की ट्रेनिंग के लिए रजिस्ट्रेशन दिसंबर में शुरू होंगे और इस प्रक्रिया को 30 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
नौसेना में Agniveer भर्ती के आवेदन 21 नवंबर से
वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि पहले नवल अग्निवीर 21 नवंबर 2022 से ओडिशा स्थिति आईएनएस चिल्का में ट्रेनिंग के लिए पहुंचना शुरू कर देंगे। नौसेना में महिला और पुरुष दोनों अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने बताया कि नौसेना में पहले से ही विभिन्न जहाजों में 30 महिला अधिकारी तैनात हैं। ऐसे में नौसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भी महिला अग्निवीरों की भर्ती का फैसला किया है।
सेना में इसी साल भर्ती होंगे 25000 Agniveer :
सेना में अग्निवीरों की भर्ती का प्लान बताते हुए लेफ्टीनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने बताया कि इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह तक सेना में 25000 अग्निवीरों का पहला बैच भर्ती कर लिया जाएगा। इसके बाद फरवरी 2023 तक दूसरे बैच में अभ्यर्थियों की भर्ती कर यह संख्या 40000 पूरी कर ली जाएगी।
इसके मौके पर अग्निपथ योजना को लेकर उठ रहे सवालों पर रक्षा मामलों विभाग के एडमिशनल सेक्रेटरी, लेफ्टीनेंट जनरल अनिल पुरी ने सेना का पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल बाद अग्निवीरों का क्या होगा, लेकिन हर साल सेवा पूरी करने से पहले ही 17600 कर्मचारी सेना से रिटायर हो रहे हैं, उनके बारे में कोई नहीं पूछ रहा है कि अब वे क्या करेंगे?
उन्होंने हाईलेवल मीटिंग के बाद मीडिया से कहा कि अभी योजना के शुरू में 46000 अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है, यह क्षमता अभी और बढ़ेगी। अगले 4-5 सालों में यह संख्या 50,000-60,000 होगी और फिर इसे 90 हजार से बढ़ाकर एक लाख किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सेना की योजना में 1.25 लाख तक अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इस प्रकार से यदि 25 फीसदी को परमानेंट रखा जाएगा तो ऑटोमैटिक की 46,000 अग्निवीरों की नियमित भर्ती होगी।