कोरबा। देवउठनी एकादशी का पर्व शुक्रवार को भक्ति भाव और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। पर्व के लिए आवश्यक समझे जाने वाले गन्ना की मांग कोरबा जिले में बड़ी हुई है। अलग-अलग कारणों से अबकी बार गन्ना की दरों में काफी तेजी आई है।
इक्ष्वाकु, ईख के नाम से भी गन्ना की पहचान विभिन्न क्षेत्रों में होती रही हैं। खानपान और औषधि संबंधित उत्पाद में इसकी उपयोगिता लंबे समय से बनी हुई हैं। पूजा पाठ में भी इसका उपयोग होता है। देवउठनी एकादशी के अवसर पर तुलसी मंडप का निर्माण गन्ना से करने की परंपरा बनी हुई है। एकादशी पर्व के लिए कोरबा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गन्ना की बंपर मांग बनी हुई है। इसलिए आपूर्ति करने के लिए उत्पादक वर्ग ने अपने स्तर पर व्यापक तैयारी कर रखी है। कारोबारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ और बिहार से गन्ना की खेप बुलाई गई है।
कारोबारी बताते हैं कि मौसम और दूसरे कारणों के चलते अबकी बार गन्ना की कीमतों में उछाल आया है। कहीं ना कहीं महंगाई भी इसका एक कारण है। इसलिए लोगों को अब ज्यादा कीमत चुकानी होगी।
सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठान के लिए उपयोगी समझी जाने वाली वस्तुओं के मामले में लोग किसी भी प्रकार का समझौता करना जरूरी नहीं समझते। एकादशी पर्व के अवसर पर गन्ना की उपयोगिता के पीछे भी यही सिद्धांत काम कर रहा है। लोगों को मालूम है कि छोटे-छोटे कार्यों से जुड़ने के साथ खुशियां आती है इसलिए इनके सामने कीमत बहुत ज्यादा मायने नहीं रखती है।