नईदिल्ली I पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस पर पंजाब डीजीपी वीके भावरा ने बड़ी जानकारी सार्वजनिक की है। उन्होंने कहा कि मूसेवाला की सुरक्षा पूरी तरह हटाई नहीं गई थी। उनके पास चार पुलिसकर्मियों की सुरक्षा थी, जिसमें से दो कमांडो हटाए गए थे। लेकिन घटना वाले दिन वो अपने साथ दो कमांडो लेकर नहीं गए। इसके अलावा न ही वो अपने पास मौजूद बुलेट प्रूफ गाड़ी लेकर निकले। डीजीपी ने बताया कि इस हमले की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली है। हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस पर पंजाब डीजीपी वीके भावरा ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह शामिल है। गिरोह के सदस्य लकी ने कनाडा से जिम्मेदारी ली है।

सुरक्षा में दो कमांडो थे लेकिन नहीं ले गए अपने साथ
डीजीपी ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला के पास से पुलिस सुरक्षा पूरी तरह से नहीं हटाई गई थी। उनके पास पंजाब पुलिस के 4 कमांडो थे, जिनमें से 2 को वापस ले लिया गया था, लेकिन उसके पास दो कमांडो थे जिन्हें मूसेवाला आज घटना वाले दिन अपने साथ नहीं ले गए। भावरा ने आगे कहा कि मूसेवाला के पास बुलेट प्रूफ गाड़ी भी थी, लेकिन वो गाड़ी भी वो अपने नहीं ले गए।

तीन हथियारों का हुआ इस्तेमाल
डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला पर करीब 30 राउंड फायर की गई थी। इसके अलावा तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमलावर तीन हो सकते हैं।

क्यों हुई थी हत्या
8 अगस्त 2021 को मोहाली में दिन दहाड़े विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या हुई थी। विक्की पंजाब के गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई का बेहद करीबी था। हत्याकांड में सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर का नाम सामने आया था। पुलिस मैनेजर तक पहुंच पाती उसके पहले ही वो भारत से फरार हो गया। पंजाब पुलिस ने सिद्धू के मैनेजर के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया हुआ है। माना जा रहा है बिश्नोई गैंग ने विक्की की हत्या का बदला लेने के लिए सिद्धू मूसेवाला का मर्डर करवाया।

एसआईटी का गठन
पंजाब डीजीपी ने आगे कि हत्याकांड को लेकर पंजाब पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इसके लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। जल्द ही इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।