अपराधियों ने चलती हुई पटना-झाझा मेमू पैंसेजर में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैला दी पटना में अपराधियों ने चलती हुई पटना-झाझा मेमू पैंसेजर में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैला दी। फिल्मी अंदाज में ट्रेन में सवार पांच-छह बदमाशों ने सालिमपुर सम्मतपुर के भूषण हत्याकांड के मुख्य गवाह सुनील प्रसाद (45) को लक्ष्य कर करीब 12 राउंड गोलियां दागीं। ताबड़तोड़ फायरिंग में सुनील के कमर के नीचे दो गोली लगी जबकि पास में बैठीं दो महिला यात्री भी गोली लगने से जख्मी हो गईं। जमीन विवाद को लेकर चली आ रही पुरानी रंजिश व हत्याकांड के मुख्य गवाह सुनील को अपराधी रास्ते से हटाना चाहते थे। घायलों में सुनील प्रसाद के अलावा वैशाली जिले के जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के मोहनपुर निवासी प्रमोद दास की पत्नी ललिता देवी व सलीमपुर थाना क्षेत्र के हिदायतपुर निवासी देवकी साव की पत्नी दरपनिया देवी शामिल हैं।
घटना के तीनों घायलों को एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद बदमाश खुसरूपुर स्टेशन पर ट्रेन के धीमी होते ही उतर कर भाग गए। जांच के दौरान जीआरपी ने दो खोखे भी बरामद किए। प्रारंभिक जांच में जमीनी विवाद ही वारदात की मुख्य वजह बतायी जा रही है। हमलावर पूर्व में घायल सुनील प्रसाद के परिवार के ही मारे गए सदस्य भूषण यादव हत्याकांड के नामजद आरोपित बताए जा रहे हैं। जीआरपी मामले की अलग- अलग पहलुओं की जांच की जा रही है।
हाथ में पिस्टल लहराते अपराधी दाग रहे थे गोलियां बताया गया है कि जख्मी सुनील प्रसाद पटना के सोनालिका ट्रैक्टर एजेंसी में चालक है। रोज की तरह वह मंझौली हॉल्ट पर झाझा-पटना मेमू में सवार होकर पटना के लिए चला। दिन में 11.22 बजे मेमू मंझौली हॉल्ट से खुली। अगला ठहराव खुसरूपुर स्टेशन था। मंझौली हॉल्ट से खुसरूपुर स्टेशन की दूरी करीब चार किमी है। ट्रेन खुलने के करीब चार-पांच मिनट बाद यानी 11.27 बजे पहले से ही मेमू में सवार पांच-छह की संख्या में रहे अपराधियों ने कमर से पिस्टल निकाली और फिल्मी अंदाज में सुनील प्रसाद को लक्ष्य कर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोली लगने से सुनील प्रसाद और पास में बैठी दो महिला यात्री जख्मी हो गईं। गोलीबारी के बीच चलती ट्रेन में मची अफरातफरी के दौरान खुसरूपुर स्टेशन के प्लेटफार्म-2 पर ट्रेन के धीमी होते ही हमलावर उतरकर भाग निकले।
तीन माह पूर्व सुनील के परिवार के भूषण की हुई थी हत्या घायल सुनील के परिजनों ने बताया कि तीन माह पूर्व जमीन विवाद में मेरे परिवार के ही भूषण यादव की हत्या की गई थी। इस हत्याकांड में सुनील प्रसाद भी गवाह है। उसे रास्ते से हटाने की नीयत से आरोपितों ने ही सुनील पर जानलेवा हमला किया है। गोलीबारी करने वाले भूषण हत्याकांड में आरोपित हैं जबकि एक आरोपित कौशल यादव जेल में बंद है। जीआरपी प्रभारी सूर्यदयाल सिंह व रेल थाना अध्यक्ष आलोक प्रताप सिंह ने कहा कि अभी तक जख्मी का फर्द बयान अस्पताल से नहीं आया है। फर्द बयान आने के बाद केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।