अम्बिकापुर। खुद के पक्के मकान का सपना हर व्यक्ति का होता है और इस सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना पूरा कर रहा है। अम्बिकापुर विकासखंड के ग्राम पंचायत नानदमाली के 60 वर्षीय कृषक श्री करमहा तिर्की पिता झबू को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलने से पक्के मकान का सपना साकार हुआ। कृषक करमहा के परिवार के जीवन-यापन का एकमात्र साधन खेती और रोजी-मजदूरी है। उनके पास 2 एकड़ जमीन है जिस पर वह केवल बरसात में खेती कर बाकी साल मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। मेहनत मजदूरी से जीवन यापन करने वाला उनका परिवार पहले खपरैल के कच्चे घर में रहता था। करमहा अपने परिवार के 5 अन्य सदस्यों अपनी पत्नी,  पुत्र व पुत्रवधु एवं 2 नातियों के साथ पुराने कच्चे मकान में रहता था।

 

बड़ा परिवार होने के कारण उसे छोटे से मकान में रहने में परेशानी होती थी। इसके साथ ही मिट्टी के घर होने के कारण उन्हें बारिश के मौसम में छत से पानी टपकना, जमीन में सिलन आना, साथ ही कच्चे मकान होने के कारण जहरीले सांप, बिच्छू का डर भी सदैव बना रहता था। कई बार बारिश के दिनों में मजदूरी का काम छोड़कर बार-बार कच्चे मकान की मरम्मत भी करनी पड़ती थी जिससे परिवार के सामने आर्थिक समस्या भी उत्पन्न होती थी।

करमहा का प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत वर्ष 2018-19 में आवास स्वीकृत हुआ। इसमे शासन के द्वारा 1 लाख 30 हजार की राशि स्वीकृत की गई। तब उन्होंने योजना के महत्व को समझते हुए शासन द्वारा स्वीकृत की गई अनुदान राशि का सदुपयोग करते हुए पक्का मकान बनाया है।  करमहा ने कभी भी नहीं सोचा था कि वह अपने कच्चे मकान से निकल कर पक्के मकान में भी रह पाएगा लेकिन शासन की महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से असंभव से लगने वाला उसका सपना साकार हुआ। वर्तमान में करमहा अपनी धर्मपत्नी के साथ प्रधानमंत्री आवास में रहता है। वह शासन से मिलने वाली एकल बत्ती कनेक्शन लेकर बिजली जला  रहा है। अतिरिक्त आय के लिए उसके पास 3 बकरी, खेती के लिए  4 बैल तथा 2 मुर्गी भी है। अपने पक्के आशियाने के सपने के साकार होने पर करमहा ने जनहितैषी सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।