यूपी के महराजगंज में बारिश न होने से परेशान महिलाओं ने इंद्रदेव को प्रसन्‍न करने के लिए बीजेपी विधायक जय मंगल कन्‍नौजिया और नगर पालिका अध्‍यक्ष कृष्‍ण गोपाल जायसवाल को कीचड़ से नहला दिया।

उन्‍होंने दोनों जनप्रतिनिधि‍यों के पास जाकर बकायदा अनुरोध किया वे खुद को कीचड़ से नहलाने दें। इस अनुरोध को दोनों जनप्रतिनिधियों ने स्‍वीकार कर लिया। इसके बाद महिलाओं ने दोनों को कीचड़ से नहला दिया।  बता दें कि इस साल मानसून (Monsoon-2022) पूर्वी यूपी से रूठ गए हैं। बारिश के लिए हाहाकार मचा है। लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी समेत पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के तमाम जिलों में लोग गर्मी और उमस से बुरी तरह परेशान हैं। धान की करीब 30 फीसदी रोपाई सूख चुकी है।

किसान आसमान की ओर उम्‍मीद भरी नजरों से देख रहे हैं तो शहरों में रहने वाले कामकाजी, नौकरीपेशा, दुकानदार, छात्र समेत सभी वर्गों और हर उम्र के लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में गर्मी से बेहाल लोगों ने कहीं-कहीं टोटका भी शुरू कर दिया है। ऐसे ही महराजगंज में लोगों ने विधायक और नगर पालिका अध्‍यक्षको कीचड़ से नहलाने का टोटका किया।

कीचड़ डालने आईं महिलाओं ने बताया कि ऐसी मान्‍यता है कि इलाके के गणमान्‍य और प्रमुख लोगों को कीचड़ से नहलाने से इंद्रदेव प्रसन्‍न होते हैं। इससे खूब बारिश होती है। महिलाओं ने इंद्रदेव को प्रसन्‍न करने के लिए गीत भी गाए। उन्‍होंने कहा कि बारिश न होने से सब परेशान हैं। यदि अब भी बारिश नहीं हुई तो धान की फसल पूरी तरह चौपट हो जाएगी।

विधायक बोले-परम्‍परा है
इस बारे में विधायक जय मंगल कन्‍नौजिया ने मीडिया से कहा कि गर्मी से लोग परेशान हैं। कीचड़ से नहला देने से इंद्र देव की प्रसन्‍नता को लेकर पुरानी मान्‍यता और परम्‍परा है। इसी का पालन किया गया है। वहीं नगर पालिका अध्‍यक्ष कृष्‍ण गोपाल कन्‍नौजिया ने कहा कि बारिश फसलों को बचाने के लिए बहुत जरूरी है। बारिश को लेकर बहुत पहले से कीचड़ से नहलाने वाली मान्‍यता और परम्‍परा चली आ रही है।

बारिश के लिए अभी और तरसाएगा मानसून

भीषण गर्मी और उमस झेल रहे यूपी वालों को मानसून की बारिश का अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक यूपी में मॉनसून की बारिश होने में अभी एक हफ्ते का समय और लग सकता है। जेपी गुप्ता के मुताबिक सोनभद्र में मॉनसून की एंट्री के बाद इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई जिसकी वजह से मॉनसून पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ नहीं बढ़ पाया जिससे पूर्वी यूपी में बारिश नहीं हो रही है।