शराब घोटाले को लेकर दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर से सीबीआई की टीम निकल चुकी है। लगभग 14 घंटे से ज्यादा समय से चल रही इस सीबीआई रेड के बाद भी अभी तक मनीष सिसोदिया को सीबीआई की टीम अपने साथ नहीं ले गई है। खबरों कि मानें तो जांच के दौरान सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी बरामद किए गए हैं।

बता दें कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास और 30 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
सीबीआई की इस कार्रवाई से आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र सरकार के बीच तनाव बढ़ गया है। ‘आप’ ने आरोप लगाया है कि एजेंसी ”ऊपर से मिले” आदेशों पर काम कर रही है। इस पर भाजपा ने दिल्ली सरकार से कहा कि उसे आबकारी नीति मामले में खुद को पाक साफ साबित करना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ”स्वतंत्र भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री” मनीष सिसोदिया के खिलाफ ”ऊपर से मिले” आदेशों के तहत छापेमारी ”हमें परेशान करने के लिए की गई।”     केजरीवाल ने कहा कि ये कदम ‘भारत को नंबर-एक’ बनाने के उनके अभियान की बाधाएं हैं, लेकिन वे इनके कारण रुकेंगे नहीं।
मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर न्यूयॉर्क टाइम्स समाचार पत्र का प्रथम पृष्ठ संलग्न किया जिसमें सिसोदिया का जिक्र किया गया है। उन्होंने ”हमारे बच्चे इसके हकदार हैं; दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आमूल-चूल बदलाव के बाद छात्रों में पंजीकरण के लिए होड़ मची है” शीर्षक वाला समाचार भी संलग्न किया है।

विशेष अदालत में बुधवार को प्राथमिकी दर्ज कराने वाली सीबीआई ने सिसोदिया के आवास सहित सात राज्यों में सुबह आठ बजे से छापेमारी शुरू की। सिसोदिया ने तुरंत अधिकारियों के आने के बारे में ट्वीट किया और इस कदम का ‘स्वागत’ किया।

सीबीआई ने बुधवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 477-ए (अभिलेखों के मिथ्याकरण) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-सात सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दायर अपनी प्राथमिकी में सिसोदिया और 14 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति बनाने और उसके क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सिसोदिया और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी आरव गोपी कृष्ण के परिसरों के अलावा 29 स्थानों पर शुक्रवार को छापा मारा।

उन्होंने बताया कि सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 31 स्थानों पर छापेमारी की गई। दो अन्य लोक सेवकों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई। देश के जिन स्थानों के विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे गये उनमें दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि छापे के दौरान अपराध से संबंधित कई दस्तावेज, सामग्रियां और डिजिटल रिकॉर्ड आदि बरामद किये गये हैं।

अधिकारियों के अनुसार, सिसोदिया, कृष्ण, पूर्व आबकारी उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडेय को प्राथमिकी में नामजद किया गया है। आरोपियों की सूची में छह अन्य कारोबारी एवं दो कंपनियां शामिल हैं।