बाइक सवार 15-20 लोगों ने दुकानों में की तोड़फोड़, बाजार के सभी CCTV कैमरे पड़े बंद

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए हैं. उन्हें तनिक भी पुलिस का भय नहीं है. यही वजह है कि बदमाश बेखौफ होकर दिनदहाड़े भरी बाजार में जमकर उत्पात मचा रहे हैं. डीडी नगर थाना क्षेत्र के चांगोराभाठा बाजार में 15 से 20 की संख्या में बाइक सवार युवकों ने 5 दुकानों में तोड़फोड़ की है. जिससे आस-पास के रहवासियों में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा है कि बाजार के सभी सीसीटीवी कैमरे भी बंद पड़े हुए हैं.

 बदमाशों की पुरानी रंजिश में पिसे व्यापारी

पुरानी बस्ती सीएसपी मनोज ध्रुव ने बताया कि चंगोराभाठा बाजार चौक में कुछ बाइक सवार बदमाशों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की है. जानकारी मिली कि बदमाशों का टीपू यादव नाम के युवक से पुरानी रंजिश है. जिसके चलते आज विवाद हुआ. इसी विवाद के बाद बड़ी संख्या में लड़के इकठ्ठा होकर टीपू यादव को खोजने बाजार चौक पहुंचे थे.

कुछ लोग पुलिस की हिरासत में

इसी दौरान बदमाशों ने आस-पास की दुकानों में तोड़फोड़ की है. इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पूरे मामले पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर आपसी रंजिश का नुकसान आम जनता को क्यों भुगतना पड़ रहा है ?

CCTV बंद पड़े, कैसे पकड़ेगी पुलिस

जानकारी ये भी है कि चांगोराभाठा बाजार के सभी सीसीटीवी कैमरे भी बंद पड़े हैं. ऐसे में बदमाशों को सीसीटीवी की भी खौफ नहीं है. वो बड़ी आसानी से कोई कांड करके मौके से फरार हो जाते हैं. जब कैमरे बंद है, तो पुलिस बदमाशों की पहचान कैसे करेगी. वहीं इस घटना के बाद बाजार में व्यापारियों के बीच भय की स्थिति है. क्योंकि दिनदहाड़े उनके दुकानों में तोड़फोड़ की गई है. अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक बदमाशों की पहचान कर पाती है. इसके साथ ही उनके खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई करेगी.

एक महीने में 15 से अधिक ऑनलाइन ठगी के मामले दर्ज

बता दें कि राजधानी रायपुर में ऑनलाइन ठगी का मामला भी बढ़ते जा रहा है. यानी लॉकडाउन खुलने के बाद अनलॉक में क्राइम का ग्राफ फिर बढ़ने लगा है. पिछले एक महीने में ठगों ने 15 से अधिक ऑनलाइन के मामलों में 18 लाख से अधिक रुपए की ठगी की है. ताजुब्ब की बात यह है कि पुलिस ने एक भी मामले में अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपराध का ग्राफ किस स्तर पर जा रहा है.